कश्मीर से 25 साल पहले भागा था आतंकी एजाज अहमद, अफगानिस्तान में ऐसे हुआ गिरफ्तार
नई दिल्ली। अफगानिस्तान में सुरक्षा एजेंसियों ने जम्मू कश्मीर के रहने वाले एजाज अहमद को गिरफ्तार किया है। कश्मीर में अहमद बीते 25 साल से वॉन्टेड है। दरअसल, अफगानिस्तान के सुरक्षाबलों ने राजधानी काबुल के गुरुद्वारे में 25 मार्च को हुए हमले की साजिश के आरोप में दो हफ्ते पहले आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस (आईएसकेपी) के चीफ अब्दुल्ला उर्फ असलम फारूकी को गिरफ्तार किया था। फारूकी के साथ ही एजाज को भी गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के बाद अब सामने आया है कि एजाज कश्मीर में मोस्ट वॉन्टेड है।
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शुरुआत में एजाज की पहचान उजागर नहीं हो पाई थी, लेकिन अब पता चला है कि एजाज अहमद मामलों में वॉन्टेड है। कम उम्र में ही वो आतंकी संगठनों से जुड़ गय था। जिसके बाद वो गिरफ्तार हुआ। श्रीनगर के डाउनटाउन का रहने वाला एजाज करीब तीन दशक पहले गिरफ्तार हुआ था। जेल से रिहा होने के बाद 1995 में वह गायब हो गया था। पता चला है कि जेल से निकलकर वह बांग्लादेश गया था और फिर वहां से पाकिस्तान जाकर आतंकी संगठनों के साथ जुड़ गया था। 55 साल के एजाज की उसके बाद से ही तलाश थी।
गुरुद्वारे पर हमले के आरोपी के साथ हुआ गिरफ्तार
काबुल के शोर बाजार स्थित गुरुद्वारे में 25 मार्च को हमला हुआ था। इस आतंकी हमले में 27 सिख अकीदतमंदों की जान चली गई थी। 3 अप्रैल को अफगानिस्तान की नेशनल डायरक्टोरेट ऑफ सिक्यॉरिटी की टीम ने हमले की साजिश के आरोप में असलम फारूकी और कुछ अन्य को गिरफ्तार किया। जांच एजेंसी ज्यादातर समय असलम फारूकी पर ध्यान देती रहीं। जब उन्होंने एजाज से पूछताछ की तो शुरू में उसने अपनी पहचान छुपाए रखी। धीरे-धीरे जांच एजेंसियों ने उसकी हिस्ट्री निकाली तो पता चला कि वो श्रीनगर से है। एजाज का ससुर अब्दुल घनी डार भी लश्कर ए तैयबा का कमांडर इन चीफ रहा था।
काबुल गुरुद्वारा पर हमले की साजिश का आरोपी आतंकी अब्दुल्ला गिरफ्तार