'सुंजवान आतंकी हमले के पीछे 100 फीसदी पाकिस्तान का हाथ'
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद्य ने कहा कि सुंजवान आतंकी हमले के पीछे 100 फीसदी पाकिस्तान का हाथ है। वैद्य ने कहा कि यह हमला 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने की पांचवी सालगिरह पर किया गया है। अफजल गुरु को 9 फरवरी 2013 में तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी। सुरक्षा एजेंसियों ने 9 और 11 फरवरी को जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले का अलर्ट दिया था। 11 फरवरी को जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के फाउंडर मकबूल भट को 1984 में तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी।
गृह मंत्रालय की पैनी नजर
इस आतंकी हमले की पल-पल की जानकारी गृहमंत्री राजनाथ सिंह को दी जा रही है और वह पूरे ऑपरेशन पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। इससे पहले राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर के डीजीपी से आर्मी कैंप पर हुए हमले के बारे में बारे में बात की थी। वैद्य से बात करने के बाद राजनाथ सिंह ने ट्वीट करके कहा कि डीजीपी ने उन्हें घटना से अवगत कराया है, गृह मंत्रालय करीब से इस ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए है।
शनिवार
को
हुआ
था
हमला
आपको
बता
दें
कि
शनिवार
को
जैश
ए
मोहम्मद
के
आतंकियों
ने
सेना
के
सुंजवान
शिविर
में
हमला
कर
दिया
था,
जोकि
हाईवे
1ए
पर
स्थित
है
और
जम्मू
को
श्रीनगर
से
जोड़ता
है।
इस
आतंकी
हमले
में
अभी
तक
कुल
9
लोग
घायल
हो
गए
हैं
जिसमे
एक
कर्नल
और
बच्ची
भी
शामिल
है।
सेना
ने
तीन
आतंकियों
को
मार
गिराया
है
और
ऑपरेशन
अभी
भी
जारी
है।
कैंप
के
आस-पास
के
सभी
150
घरों
को
खाली
करा
लिया
गया
है
और
यहां
छिपे
आतंकियों
की
तलाश
की
जा
रही
है।
अंधेरे का फायदा उठाया
इस आतंकी हमले से पहले इंटेलिजेंस के सूत्रों ने इसकी सूचना दी थी कि सेना के रिहायशी इलाकों को आतंकी अपना निशाना बना सकते हैं, इसकी बड़ी वजह है कि अफजल गुरु को फांसी दिए जाने की पांचवी सालगिरह, जिसे 2001 में संसद पर हमला करने का दोषी पाया गया था और फांसी की सजा दी गई थी। जिस वक्त सुंजवान में आतंकियों ने हमला किया उस वक्त जवान और उनके परिवार के लोग सो रहे थे, आतंकियों ने अंधेरे का फायदा उठाते हुए अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दी।