आतंकी हमलों के बीच रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पहुंची जम्मू, दिल्ली में बैठक कर रहे हैं गृह मंत्री राजनाथ सिंह
आतंकी हमलों के बीच सीतारमण गईं जम्मू-कश्मीर, दिल्ली में बैठ कर रहे हैं राजनाथ
नई दिल्ली। सुंजवान में सेना के कैंप पर हमला होने के बाद सीआरपीएफ के पास एनकाउंटर की घटना के बाद केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण आज जम्मू और कश्मीर पहुंची हैं। वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी शाम 4 बजे से इस मसले पर बैठक कर रह हैं। गौरतलब है कि पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने जम्मू के सुंजवान में आर्मी कैंप और श्रीनगर के करण नगर स्थित सीआरपीएफ कैंप पर हुए आतंकी हमलों की जिम्मेदारी ली है। न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से इस बाबत जानकारी दी गई है।
शनिवार को जम्मू के सुंजवान में आर्मी कैंप पर जो हमला हुआ था उसमें पांच जवान शहीद हो गए हैं। वहीं सोमवार को करण नगर आतंकी हमले में भी एक जवान शहीद हो गया। दिलचस्प बात है कि पाकिस्तान ने इस हमले में अपना हाथ होने से जहां साफ इनकार कर दिया था तो वहीं उसने भारत को चेतावनी भी दी थी। लेकिन अब जबकि मोस्ट वांटेंड आतंकी हाफिज सईद के संगठन लश्कर ने खुद इन हमलों की जिम्मेदारी ले ली है तो पाक एक बार फिर बेनकाब हो गया है।
जम्मू कश्मीर में ताजा घटनाक्रम के बाद पूरे राज्य में 3जी और 4जी मोबाइल सेवाओं पर रोक लगा दी गई है। अभी तक सुंजवान आतंकी हमलों के पीछे मौलाना मसूद अजहर की अगुवाई वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ बताया जा रहा था। भारतीय एजेंसियां भी मान रही थी कि हमले के पीछे जैश का हाथ हो सकता है। अब जबकि लश्कर ने इसकी जिम्मेदारी ले ली है तो हर तरह के तर्क पर भी पूर्णविराम लग गया है। भारत पर पहले ही पाकिस्तान के आतंकी संगठन को सुंजवान आतंकी हमले के लिए दोषी करार दिया था। लेकिन पाकिस्तान की ओर से भारत को चेतावनी दी गई थी अगर उसने सीमा पार से कोई भी कार्रवाई की तो अंजाम ठीक नहीं होगा।
भारत की ओर से कहा गया था कि भारी हथियारों से लैस जैश के आतंकियों ने सुंजवान हमले को अंजाम दिया था। पाक विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि हर कोई भलीभांति इस बात से परीचित है कि भारत बिना सुबूतों के गैर-जिम्मेदाराना बयान दे रहा है। पाक का कहना था कि बिना जांच के उस पर आरोप लगाना ठीक नहीं है।