जम्मू कश्मीर: SDM ने सेना के जवानों पर लगाया सड़क पर घसीटने और उनकी पिटाई का आरोप
श्रीनगर। घाटी में तैनात सेना के जवानों पर एक सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) ने उनकी पिटाई का आरोप लगाया है। इस एसडीएम ने कहा है कि जिस समय वह इलेक्शन ड्यूटी पर थे तो अनंतनाग के दलवाच इलाके में तैनात कुछ जवानों ने उन्हें सड़क पर घसीटा और उनकी बुरी तरह से पिटाई की। एसडीएम के मुताबिक मामला मंगलवार का है और घटना नेशनल हाइवे पर श्रीनगर से काजीगुंड के रास्ते पर हुई।
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लोकसभा चुनावों के लिए नियुक्त अधिकारी
अनंतनाग के दुरू इलाके के एसडीएम गुलाम रसूल वानी ने जवानों पर ये गंभीर आरोप लगाए हैं। वानी, दक्षिण कश्मीर के लिए लोकसभा चुनावों में असिस्टेंट रिटर्निंग ऑफिसर (एआरओ) भी नियुक्त किए गए हैं। वानी के मुताबिक वह इलेक्शन ड्यूटी पर थे और वेसू की तरफ जा रहे थे क्योंकि डीएम उनका इंतजार कर रही थी। इस बीच सेना ने हाइवे पर ट्रैफिक को रोका हुआ था। लेकिन जब जवानों ने गाड़ी पर एसडीएम साइन बोर्ड लगा देखा तो उन्हें जाने दिया गया।
20 मीटर तक जवानों ने घसीटा
वानी के मुताबिक उनकी गाड़ी तीन चेक प्वाइंट्स से गुजरी थी लेकिन चौथे चेक प्वाइंट पर एक जवान ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद अचानक से कुछ जवान आए और उनकी गाड़ी को निशाना बनाया गया। पहले तो वानी के ड्राइवर को पीटा गया और बाद में उनकी पिटाई की गई । वानी के मुताबिक वह चार और स्टाफ मेंबर्स के साथ सफर कर रहे थे। जवानों ने उनका कॉलर पकड़ कर उन्हें सड़क पर 20 मीटर तक घसीटा। वानी का आरोप है कि जवानों ने उन पर राइफल तान दी और उनका मोबाइल फोन छीनकर तोड़ दिया।
ड्राइवर के साथ भी की मारपीट
सिर्फ इतना ही नहीं वानी के ड्राइवर का फोन भी तोड़ दिया गया था। वानी की मानें तो स्टाफ मेंबर्स को गन प्वाइंट पर बाहर निकाला गया। इसके बाद जवानों ने इलेक्शन मैटेरियल को भी नुकसान पहुंचाया। एसडीएम ने अपनी शिकायत कुलगाम के डिप्टी कमिश्नर और एसएसपी के पास दर्ज कराई है। साथ ही उन्होंने मामले की एफआईआर भी दर्ज कराने की मांग की है। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और पूर्व नौकरशाह एवं जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट प्रमुख शाह फैसल ने जवानों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
महबूबा मुफ्ती ने सेना को घेरा
मुफ्ती ने घेराबंदी की भावना पैदा करने के लिए अथॉरिटीज पर हमला बोला। उन्होंने घटना में शामिल जवानों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। महबूबा ने ट्वीट किया, 'राज्य में सेना द्वारा नागरिकों की पिटाई करना कोई नई बात नहीं है। लेकिन सिविल ऑफिसर्स की मारपीट नया है। घाटी और उसके लोगों को एक मौत के लिए चुना जा रहा है। कब तक तुम अपनी ही भूमि में उन पर अत्याचार करते रहोगे? क्या इसीलिए पाकिस्तान पर हमने भारत को चुना?'घाटी में रक्षा प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने कहा है कि मामले की जानकारी हासिल की जा रही है।
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