कश्मीर: पुलवामा में आतंकियों के नाम पर पोस्टर चिपकाता था शिक्षक, गिरफ्तारी के बाद सामने आया ये सच
कश्मीर: पुलवामा में आतंकियों के नाम पर पोस्टर चिपकाता था शिक्षक, गिरफ्तारी के बाद सामने आया ये सच
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में (Jammu-Kashmir Pulwama) में पुलिस ने एक प्राइवेट स्कूल के शिक्षक को गिरफ्तार किया है। शिक्षक आतंकी संगठन के नाम पर इलाके के कुछ युवक-युवतियों को बदनाम करने के लिए धमकी भरे पोस्टर चिपकाता था। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मंगलवार (29 सितंबर) को यह जानकारी दी। पुलवामा पुलिस ने काकापोरा क्षेत्र में शिक्षक को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 10 सितंबर को पहला पोस्टर इलाके में लगा हुआ देखा था।
पुलिस ने बताया, शिक्षक क्यों देता था आतंकी संगठन के नाम से धमकी
जम्मू और कश्मीर पुलिस ने बताया कि आरोपी शिक्षक यह सब कुछ व्यक्तियों के साथ व्यक्तिगत दुश्मनी में बदला लेने के लिए कर रहा था। वह उन्हें बदनाम करना चाहता था। युवक-युवतियों को बदनाम करने के लिए वह आतंकियों के लैटर पैड पर पोस्टर बनाकर इसलिए चिपकाता था ताकि लोगों को लगे कि यह काम किसी आतंकी संगठन का है।
शिक्षक ने व्यक्तिगत दुश्मनी में बदला लेने के लिए किया सबकुछ
पुलिस के मुताबिक पोस्टर में कुछ छात्राओं सहित कुछ युवाओं के लिए धमकी भरे संदेश भी लिखे गए थे। पोस्टर में जिन महिला छात्राओं का जिक्र था, उन्हें वेश्यावृत्ति और सुरक्षा बलों के मुखबिरों के तौर पर दिखाया गया था। पुलिस ने कहा है कि आरोपी शिक्षक की कुछ व्यक्तियों के साथ व्यक्तिगत दुश्मनी थी और उन्हें बदनाम करने के लिए उसने यह कदम उठाया। हालांकि पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानें पोस्टर को लेकर कैसे शुरू हुआ विवाद
10 सितंबर 2020 को लश्कर-ए-इस्लाम संगठन के नाम से कथित रूप से पोस्टर गुंडीपोरा काकापोरा इलाके में चिपकाए गए थे, जिसमें कुछ छात्राओं सहित कुछ युवाओं के लिए धमकी भरे संदेश लिखे थे। पोस्टर में लिखा गया था उक्त लोग वेश्यावृत्ति में शामिल हैं और सुरक्षा बलों के लिए मुखबिरों का काम करते हैं।
इस संबंध में क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने काकापोरा पुलिस थाने में संपर्क किया और पोस्टर लगाने वाले उपद्रवियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की।
पुलिस स्टेशन काकापोरा में एक मामला दर्ज किया गया। जांच के दौरान क्षेत्र के कुछ संदिग्धों को पूछताछ के लिए राउंडअप किया गया। पूछताछ के दौरान संदिग्ध मुजम्मिल अहमद डार (पिता का नाम- फारूक अहमद डार) पर पुलिस को शक गया और सबूतों के आधार पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। आरोपी पंपोर में एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक है।