साउथ कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों ने पुलिस जवान को मारी गोली, जवान की मौत
कुलगाम। जम्मू कश्मीर में गुरुवार को आतंकियों ने एक पुलिसकर्मी को गोली मार दी और इस पुलिसकर्मी की मौत हो गई है। जम्मू कश्मीर पुलिस के इस जवान का नाम शब्बीर अहमद था और वह अपने घर पर थे जब आतंकियों ने उन्हें गोली मारी।
पुलिस जवानों पर हमले की धमकी
सूत्रों के मुताबिक शब्बीर अहमद ऑफ ड्यूटी थे और घर पर थे। पुलिस ने अब उनके हत्यारे की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि पहली नजर में ही यह आतंकी हमले का मामला है। हिजबुल मुजाहिद्दीन ने जम्मू कश्मीर पुलिस के जवानों पर हमले की धमकी दी है और इसी धमकी के बाद शब्बीर अहमद पर हमला हुआ है। हिजबुल ने पुलिसकर्मियों को धमकी दी है कि वह पुलिस की नौकरी छोड़कर कश्मीर के आजादी संघर्ष में शामिल हों। हिजबुल मुजाहिद्दीन ने कहा है कि कश्मीर के लोगों को सरकारी नौकरियां नहीं करनी चाहिए। आतंकी संगठन ने अपनी धमकी में यह भी कहा है कि सरकारी नौकरी वाले लोग चाहे कश्मीर में छिपे या फिर कन्याकुमारी लेकिन हिजबुल उनकी तलाश करके ही रहेगा।
मंगलवार को हुए नौ आतंकी हमले
इससे पहले मंगलवार को कश्मीर घाटी एक के बाद एक हुए नौ आतंकी हमलों से दहल गई थी। इनमें से चार आतंकी हमलों की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद और अल-उमर आतंकी संगठनों ने ली थी। अल-उमर आतंकी संगठन का सरगना मुश्ताक जरगर है। जरगर ने कहा है कि उसने जैश के साथ मिलकर त्राल, पुलवामा, अवंतिपोरा और सराफ कादाल में हुए आतंकी हमलों को अंजाम दिया था। जरगर ने कश्मीर मॉनिटर के साथ बातचीत में कहा कि आने वाले दिनों में घाटी में और आतंकी हमले होंगे। जरगर की मानें तो कश्मीर की सरजमीं पर जब तक भारत की सेनाएं रहेंगी उनक 'संघर्ष' जारी रहेगा। जरगर ने भारतीय सेना को चुनौती देते हुए कहा कि जब तक यहां पर एक भी भारतीय सैनिक रहेगा, लड़ाई जारी रहेगी।