रामबन एनकाउंटर में मारा गया हिजबुल का कमांडर ओसामा, बीजेपी-RSS नेताओं की हत्या के मामले में था वांटेड
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में शनिवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच तीन अलग-अलग स्थानों पर मुठभेड़ हुई, इस दौरान सुरक्षाबलों ने 6 आतंकियों को ढेर कर दिया। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के टॉप 'कमांडर' को भी मार गिराया जो भाजपा के एक वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक पदाधिकारी की हत्या के मामले में वांछित था।
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रामबन में नौ घंटे चली मुठभेड़
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के रामबन में नौ घंटे चली मुठभेड़ में कुल तीन आतंकी मारे गए। इस मुठभेड़ में सेना का एक जवान भी शहीद हो गया। अधिकारियों ने बताया कि आतंकियों की पहचान ओसामा, जाहिद और फारुक के तौर पर हुई है। शनिवार को हाथों में बंदूक लिए तीन आतंकी मुख्य बाजार स्थित एक घर में घुस गए थे।
बीजेपी-आरएसएस नेताओं की हत्या के मामले था वांटेड
इस दौरान उस परिवार के सभी सदस्य बाहर आ गए। लेकिन आतंकियों ने घर के मालिक को उनके ही घर में बंधक बना लिया था, हालांकि उसे बचा लिया गया। पुलिस महानिरीक्षक मुकेश सिंह ने बताया कि, बंधक को सुरक्षित बचा लिया गया है। अधिकारी ने बताया कि एक नवंबर, 2018 को भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिल परिहार और उनके भाई अजीत परिहार के अलावा 9 अप्रैल, 2019 को आरएसएस के पदाधिकारी चंद्रकांत शर्मा और पीएसओ की हत्या करने जैसे कई हमलों में ओसामा का हाथ रहा था।
मुठभेड़ में एक जवान भी शहीद
ओसामा किश्तवाड़ में तीन हथियार छीनने की घटनाओं में भी वांछित था और उसपर कई लाख रुपए का इनाम भी था। पुलिस महानिरीक्षक मुकेश सिंह ने कुछ दिनों पहले ही ओसामा और पांच आतंकियों का नाम लेते हुए 23 सितंबर को कहा था कि सुरक्षाबल उनकी तलाश में हैं और उन्हें जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। रामबन में तीन आतंकियों को मार गिराने के बाद सेना के जवानों ने जमकर जश्न मनाया। जश्न के दौरान जवानों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद और हिन्दुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए।