जानिए कब-कब लगा जम्मू कश्मीर में गवर्नर रूल
जम्मू। जम्मू-कश्मीर में लगा राज्यपाल शासन, दलों के बीच चलती रही सत्ता की सौदेबाजी पल में पलट गया सब कुछ एक बार फिर उमर ने अपने पिता का इतहास दोहराया , जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के 16 दिनों के बाद भी किसी पार्टी की सरकार न बन पाने के कारण शुक्रवार को राज्य में गवर्नर रूल को लागु कर दिया गया।
जम्मू कश्मीर में चुनावो के नतीजे आने के बाद 16 दोनों तक कई पार्टियों के बीच सरकार बनाने को लेकर बातचीत का सिलसिला चलता रहा और कई बार बीजेपी पीडीपी के बीच सरकार के गठन की अटकलें तेज़ हुई लेकिन कोई नतीजा सामने नहीं आया।
जिसके बाद कार्यवाहक सीएम के रूप में काम कर रहे उमर अब्दुल्ला ने भी राज्यपाल से उन्हें अब इस पद से हटाये जाने की बात कही थी जिसको देखते हुए राज्यपाल ने केंद्र को राज्य में राज्य पाल शासन लागु करने की सिफारिश की थी जिसे मंज़ूर करते हुए आज इसे लागु कर दिया है। सभी पार्टियों ने इस फैसले का स्वागत किया है।
तमाम उठापटक और बीते दो दिनों से चल रहे सियासी बवंडर के बीच शुक्रवार को अंतत: रियासत में राज्यपाल शासन लागू हो गया, राज्यपाल ने राज्य में राजनीतिक अस्थिरता की स्थिति बताते हुए गुरूवार को केंद्र से राज्यपाल शासन लागू करने संबंधी सिफारिश की थी, राज्यपाल की रिपोर्ट और केंद्र की संस्तुतियों के आधार पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राज्यपाल शासन लागू करने संबंधी सिफारिश को मंजूरी दे दी, इससे पहले 1977 से अब तक रियासत में पांच बार राज्यपाल शासन लगा है।
आईये डालते हैं इस पर एक नजर कि जम्मू कश्मीर में गवर्नर रूल
26
मार्च
1977
=
09
जुलाई
1977
06
मार्च
1986
=
07
नवंबर
1986
19
जनवरी
1990
=
09
अक्तूबर
1996
18
अक्तूबर
2002
=
02
नवंबर
2002
11
जुलाई
2008
=
05
जनवरी
2009