जम्मू-कश्मीर: राज्यपाल ने भंग की विधानसभा, सरकार बनाने की संभावना खत्म
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श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में पीडीपी ने कांग्रेस और नेशनल कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावे पेश किया, लेकिन पीडीपी के मंसूबों पर पानी फिर गया है। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने जम्मू कश्मीर विधानसभा भंग कर दी है। विधानसभा भंग होने के बाद सरकार बनने की सारी संभावनाएं खत्म हो गई हैं।
आपको बता दें कि इससे पहले पीडीपी की मुखिया महबूबा मुफ्ती ने नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के समर्थन पत्र के साथ राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। जिसके बाद पीडीपी में बगावत की सुगबुगाहट दिखी। पीडीपी विधायक इमरान अंसारी ने दावा किया है कि उनके साथ 18 विधायक हैं और वो भी राज्यपाल के पास सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
वहीं विधानसभा भंग किए जाने के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मैंने आज दोपहर में भी कहा था कि यह सिर्फ एक सुझाव है। अभी तक पीडीपी-एनसी-कांग्रेस गठबंधन पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। किसी भी निर्णय से पहले ही भाजपा ने विधानसभा भंग कर दी। वहीं कांग्रेस नेता शैफुद्दीन सोज ने कहा कि विधानसभा भंग करना असंवैधानिक और अनैतिक है। महबूबा मुफ्ती को सरकार बनाने का मौका मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि महबूबा मुफ्ती को इस फैसले के खिलाफ कोर्ट जाना चाहिए।
आपको बता दें कि पीडीपी-भाजपा गठबंधन टूटने के बाद जम्मू कश्मीर में विधानसभा निलंबित चल रही है। 19 जून से यहां राज्यपाल शासन लगा हुआ है।