जम्मू कश्मीर: सरकार ने अमरनाथ तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को बुलाया वापस, आतंकी खतरे का आशंका
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए अमरनाथ यात्रा के सभी तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को वापस बुलाने का फैसला लिया है। सरकार की ओर से यह फैसला घाटी में आतंकी खतरों की आशंका के मद्देनजर उठाया गया है। सरकार ने कहा है कि यात्री जितनी जल्दी हो सके लौट जाएं। सरकार की मानें तो आतंकी अमरनाथ यात्रियों को निशाना बनाने की कोशिशों में लगे हुए हैं।
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सभी अहम विभागों को भेजी गई चिट्ठी
आपको बता दें कि खराब मौसम के चलते पहले ही चार अगस्त तक अमरनाथ यात्रा स्थगित है। जो चिट्ठी सरकार की तरफ से जारी हुई है उस पर गृह विभाग के मुख्य सचिव के साइन हैं। इस चिट्ठी को जम्मू कश्मीर के डीजीपी के अलावा वित्त आयुक्त और पर्यटन विभाग के मुख्य सचिव समेत सभी बड़े विभाग के मुखिया को भेजा गया है। सेना ने भी जानकारी दी है कि अमरनाथ यात्रा के रास्ते पर उन्हें बारूदी सुरंगे मिली हैं। शुक्रवार को चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने मीडिया को कश्मीर के हालातों पर जानकारी दी।
पाक आर्मी की लैंडमाइन बरामद
लेफ्टिनेंट जनरल ने बताया कि पाकिस्तान आर्मी की लैंडमाइन एक आतंकी के पास से बरामद हुई है। इससे साफ होता है कि पाक आर्मी कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने में लगी हुई है और इसे हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ढिल्लन ने यह बात एक ज्वॉइन्ट प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही जिसमें जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह और सीआरपीएफ के आईजी जुल्लिफकार हसन भी मौजूद थे। ढिल्लन ने आगे कहा कि पाक सेना कश्मीर में शांति को भंग करने के लिए बेकरार है। सेना लोगों को भरोसा दिलाती है कि इस तरह की कोई भी हरकत सहन नहीं की जाएगी।
आईईडी का खतरा
लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लन ने इस बात पर भी ध्यान दिलाया कि घाटी में आईईडी का खतरा और आतंकी गतिविधियां तेजी से पिछले एक वर्ष से बढ़ती जा रही है। ढिल्लन ने कहा सेना हर प्रकार के आईईडी की जांच कर रही है और आईईडी में एक्सपर्ट हर आतंकी को पकड़ रही है।ढिल्लन ने यह भी कहा कि सुरक्षाबलों ने घाटी में टॉप आतंकी कमांडर्स को खत्म करने में सफलता हासिल की है। लेकिन अभी आतंकियों को पूरी तरह से खत्म करने की प्रक्रिया जारी है।
टॉप आतंकी निशाने पर
उन्होंने इस बात का भरोसा भी दिलाया कि जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के टॉप आतंकी सेना के निशाने पर हैं। चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लन ने कहा कि एलओसी पर हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं और पूरी तरह से शांति है। पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की कोशिशें हो रही हैं और इन्हें नाकाम किया जा रहा है।