मां से किए वादे की खातिर आतंकी को जिंदा पकड़ लाई सेना
श्रीनगर। भारतीय सेना जब दुश्मन से लोहा लेती है तब कहर बनकर टूटती है, लेकिन मानवीय मूल्यों को सहेजने में भी उसका कोई जवाब नहीं। ऐसी ही एक दिल को छू लेने वाली घटना पुलवामा के अवंतिपोरा में एनकाउंटर के दौरान देखने को मिली। रविवार शाम को सेना को सूचना मिली थी कि अवंतिपोरा में दो आतंकी छिपे हैं। सेना की टीम पूरी तैयारी के साथ वहां पहुंची एनकाउंटर शुरू हो गया। सामने थे दो आतंकी- एक जैश ए मोहम्मद का पाकिस्तानी आतंकी और दूसरा कश्मीरी युवक सोहेल लोन। सेना ने जैश के आतंकी को ढेर कर दिया, जबकि आतंकी सोहेल लोन को जिंदा पकड़ा। सोहेल की जिंदगी सेना के लिए अहम थी, क्योंकि उन्होंने उसकी मां को वादा किया था कि उसे जिंदा पकड़ा जाएगा और वादे के मुताबिक सेना ने उसे जिंदा ही पकड़ा।
सुरक्षाबलों पर गोलियां बरसा रहा था, पर मां को दिया वादा सेना भूली नहीं
कर्नल समर राघव ने बताया कि सोहेल लोन चार महीने पहले ही आतंकी संगठन से जुड़ा था। मां और बहन ने सोहेल से अपील की थी कि वह आतंकी संगठन छोड़कर घर वापस आ जाए। कर्नल राघव ने बताया कि सेना ने उसी दौरान सोहेल की मां से वादा किया था कि अगर उनके बेटे के साथ एनकाउंटर हुआ तो उसे जिंदा पकड़ा जाएगा। अवंतिपोरा में एनकाउंटर के दौरान सोहेल ने साथी आतंकी के साथ जवानों पर फायरिंग की, लेकिन सेना को अपना वादा याद रहा। एक मां से किया हुआ वादा कि उसके भटके हुए आतंकी बेटे को जिंदा पकड़ना है और सेना वादा निभाया।
आतंकियों के पास ऐके-47 राइफल और ग्रेनेड्स भी बरामद किए
लेफ्टिनेंट कर्नल समर राघव ने बताया कि सुरक्षाबलों ने अवंतिपोरा के खिरयू में रविवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक पाक आतंकी को ढेर कर दिया वहीं एक को जिंदा पकड़ा है। उन्होंने सोमवार को मीडिया को जानकारी दी कि सेना को विश्वसनीय सूत्रों से दो आतंकियों की लोकेशन मिली थी। इनमें एक जैश ए मोहम्मद का आतंकी शामिल था, जबकि दूसरा स्थानीय। सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर कर सर्च ऑपरेशन चलाया। यहां आतंकी से हुई मुठभेड़ में पाकिस्तानी आतंकी को मार गिराया गया, जबकि दूसरे यानी सोहेल को जिंदा पकड़ लिया। इनके पास से ऐके-47 राइफल, 3 मैगजीन, 2 ग्रेनेड्स, 1 पिस्टल मिली है। पिस्टल के साथ 2 मैगजीन भी बरामद की गई हैं। मारे गए पाकिस्तानी आतंकी का नाम वसीम बताया जा रहा है।
कश्मीर में कई माताएं कर चुकी हैं बेटों से आतंक का रास्ता छोड़ने की अपील
कुछ दिनों पहले कश्मीरी महिला मयमूना मुश्ताक ने भी अपने बेटे से आतंक का रास्ता छोड़कर घर लौटने की अपील की थी। सोशल मीडिया पर बेटे के लश्कर में शामिल होने की खबरें देखने के बाद महिला ने बेटे से गुहार लगाई थी। इसी प्रकार से एक और मां ने बेटे से लौटने की अपील की थी और वो लौट भी आया था। हालांकि, सोहेल लोन अपनी मां की अपील पर लौटा तो नहीं, पर उसकी मां के प्यार ने उसे जिंदा जरूर रखा।