जम्मू कश्मीर: पुलवामा में सुरक्षाबलों ने जैश के टॉप IED एक्सपर्ट फौजी भाई को किया ढेर
पुलवामा। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच हुए एनकाउंटर में तीन आतंकी ढेर हो गए हैं। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के कंगन इलाके में हुए इस एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद के टॉप आईईडी एक्सपर्ट फौजी भाई उर्फ अब्दुल रहमान को ढेर कर दिया है। फौजी भाई के अलावा एनकाउंटर में जैश के दो और आतंकी ढेर हुए हैं। फौजी भाई की तलाश पिछले एक हफ्ते से सुरक्षाबलों को थी। आतंकियों को ढेर करने से पहले सेना की तरफ से इन्हें सरेंडर करने को कहा गया था।
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सैंट्रो कार में फौजी भाई ने फिट किया था IED
27 मई को पुलवामा के राजपोरा में सुरक्षाबलों ने विस्फोटकों से लैस एक सैंट्रो कार बरामद की थी। फौजी भाई, जिसे इस्माइल लंबू के नाम से भी जानते हैं, इस घटना के बाद से ही सुरक्षाबलों की रडार पर था। बताया जा रहा है कि फौजी भाई, जैश सरगना मसूद अजहर का भतीजा था। पुलवामा में जो एनकाउंटर हुआ उसे उसी टीम ने अंजाम दिया है जो पिछले एक हफ्ते से फौजी भाई को ट्रैक कर रही थी। सुरक्षाबलों को जो इंटलीजेंस इनपुट्स मिले थे उसमें कहा गया था कि जिस तरह की सैंट्रो कार राजपोरा में बरामद हुई है, उस तरह की दो और कारों को फौजी भाई ने तैयार किया था जिसमें उसने आईईडी फिट की थी। जम्मू कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने कहा फौजी भाई का ढेर होना सुरक्षाबलों के लिए बड़ी है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि फौजी भाई का जैश सरगना मसूद अजहर से कोई रिश्ता था। फौजी भाई पाकिस्तान के मुल्तान का रहने वाला था।
आईईडी लैस दो और कारों की तलाश जारी
एक ऑफिसर की मानें तो अभी दो कारों की तलाश जारी है जिसमें से एक बडगाम तो एक कुलगाम के इलाकों में हो सकती है। पिछले दो माह से सुरक्षाबलों को लगातार इस तरह की इंटेलीजेंस मिल रही हैं जिसमें जैश के आतंकियों की तरफ से बड़े आतंकी हमलों की बात कही जा रही है। 27 मई को जो सैंट्रो कार मिली थी उसका पता उस समय चला जब उसे एक और जैश आतंकी समीर अहमद डार के पास ले जाया गया। समीर अहमद डार उसी आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार का भाई है जिसने 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के काफिले को निशाना बनाया था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। समीर अहमद डार, पुलवामा के काकपोरा का रहने वाला है और जैश का एक ओवरग्राउंड वर्कर है। इस बार जैश ने समीर को आईईडी से लैस उस कार को सिक्योरिटी कैंप में घुसा देने को कहा था। इंटेलीजेंस रिपोर्ट्स के मुताबिक 27 मई को हमले में पुलवामा के राजपोरा में शादीमार्ग में स्थित 44 राष्ट्रीय राइफल्स का कैंप निशाने पर था।