Article 370: कश्मीर में बेटी का विवाह प्रमाणपत्र लेकर भटक रहा पिता, कहा- शादी के लिए तो दामाद को छोड़ दो
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद से ही लोग यहां पर भारी सुरक्षा के बीच घरों में रहने को मजबूर हैं, कई लोगों को पुलिस ने नजरबंद कर रखा है और कई ऐसे लोग हैं जिन्हें जेल भेज दिया गया है। लेकिन इन सब के बीच एक पिता ने प्रशासन से अपनी बेटी के निकाहनामे के लिए गुहार लगाई है। पिता ने प्रशासन से अपील की है कि उसकी बेटी का निकाह पहले से तय है, मेरी आप लोगों से गुजारिश है कि उसके होने वाले पति को निकाह के लिए रिहा कर दें।
8 सितंबर को होना था निकाह
नजीर भट्ट जोकि बारामूला के रफीआबाद के रहने वाले हैं, उन्होंने आज सुबह ही श्रीनगर जाने के लिए अपना घर छोड़ा। तकरीबन 60 किलोमीटर का सफर तय करके जब भट अपने रिश्तेदार के पास पहुंचे तो उन्हें रिश्तेदारों ने उन्हें सुझाव दिया कि न्यूजपेपर में अपील करने से उन्हें कुछ मदद मिल सकती है। जिसके बाद भट ने इस विकल्प को अपने आखिरी विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया। न्यूज 18 की खबर के अनुसार भट्ट की बेटी का निकास इसी वर्ष 8 सितंबर को होना था। यहां तक कि निकास का कार्यक्रम, इस्लामिक परंपरा के अनुसार दस्तावेजों पर हस्ताक्षर हो चुके थे।
हालात बदल गए
भट्ट का परिवार शादी की तैयारियां कर रहा था, जिसको लेकर घर में हर कोई उत्सुक था, लेकिन घाटी में आर्टिकल 370 के हटने के बाद हालात पूरी तरह से बदल गए हैं। भट्ट के दामाद तनवीर अहमद जोकि बिजनेस ग्रेजुएट हैं और वह गांव के सरपंच भी हैं। घाटी में आर्टिकल 370 के हटने के बाद पुलिस ने अहमद को गिरफ्तार कर लिया। प्रशासन की ओर से कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है और इसकी वजह यह बताई गई है कि ये लोग प्रदर्शन में हिस्सा ले सकते हैं, जिससे हालात और भी खराब हो सकते हैं।
लखनऊ भेजा गया अहमद को
भट्ट सरकारी कर्मचारी हैं और उन्हें अहमद की गिरफ्तारी की खबर चार दिन बाद मिली। लेकिन तबतक अहमद को लखनऊ की जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। अहमद बारामूला के मकबूल आबाद गांव के रहने वाले हैं। भट्ट ने बताया कि अहमद की पांच बहने हैं और सभी का निकाह हो गया है। उसके माता-पिता दोनों बीमार हैं। पिता को मधुमेय है जबकि मां को दिल की बीमारी है। भट्ट ने स्थानीय न्यूज पेपर से अपील की है किक सरकार उनके दामाद को शादी के लिए एक दिन आजाद कर दे।
दर-दर भटक रहे
सुरया नजीर जोकि कानूनी तौर पर अहमद की पत्नी हैं, लेकिन रिवाज के अनुसार दोनों को शादीशुदा होने के लिए शादी होनी जरूरी है। भट्ट ने बताया कि ना सिर्फ मेरी बेटी बल्कि हमारा पूरा परिवार तनाव में है। अहमद को शादी के कुछ दिन पहले ही पुलिस पकड़कर ले गई, हम अब पूरी तरह से असहाय हैं। भट्ट ने तमाम पुलिस अधिकारियों से अपील कर रहे हैं कि उनके दामाद को शादी के लिए छोड़ दिया जाए। भट्टा का कहना है कि मैंने अपना तकरीबन सारा पैसा शादी की तैयारियों में खर्च कर दिया अब जो भी पैसा बचा है कि वह अहमद को जेल देखने जाने में खर्च होगा।
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