फेसबुक पर मंत्रीजी की पोस्ट पर कमेंट करना महंगा पड़ा डॉक्टर को, पद से हटाए गए
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर लिखना सरकारी डॉक्टर को भारी पड़ गया है। सरकार ने डॉक्टर को रजिस्ट्रार के पद से हटा दिया है। 10 मार्च को फेसबुक पर जम्मू कश्मीर के स्वास्थ्य मंत्री बली भगत ने एक पोस्ट लिखी जिसमे उन्होंने लिखा कि अस्पताल की लिफ्ट का उन्होंने उद्घाटन किया। लेकिन मंत्रीजी के इस फेसबुक पोस्ट की गलती को सुधारना डॉक्टर को महंगा पड़ा है। दरअसल डॉक्टर अमित कुमार मंत्रीजी के पोस्ट पर कमेंट किया कि यह लिफ्ट नई नहीं है। जिसके बाद जम्मू कश्मीर सरकार ने सर्विस रूल ऑर्डर के नियम के तहत डॉक्टर पर कार्रवाई करते हुए उन्हें रजिस्ट्रार के पद से हटा दिया। सर्विस रूल्स ऑर्डर के अनुसार कोई भी सरकारी कर्मचारी सरकार की आलोचना नहीं कर सकता है।
डॉक्टर कुमार ने बताया कि उन्होंने सिर्फ मंत्रीजी की गलती को सुधारा था कि यह लिफ्ट पुरानी है। मैंने सरकार के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की थी। उन्होंने बताया कि बाद में उनके कमेंट को हटा दिया गया था। उनपर आरोप है कि उन्होंने सोशल मीडिया पर लोगों को भड़काने के इरादे से कमेंट किया था।
प्रशासन की ओर से 12 मार्च को डॉक्टर कुमार को नोटिस जारी करके दो दिन के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया था। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर सुनंदा रैना ने इस मामले पर अभी तक कोई बयान नहीं दिया है। वहीं मंत्री बली भगत का कहना है कि उनके पास फेसबुक पोस्ट को लेकर रिपोर्ट थी, जिसमे डॉक्टर ने सरकार, प्रशासन और अस्पताल को लेकर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि जिसने जिसको भर्ती किया, इतना वेनम है, इसलिए एक्शन किया है। हालांकि भगत ने कहा कि डॉक्टर कुमार को रजिस्ट्रार के पद से हटाया गया है, वह फिर से अपनी नौकरी पर लौट सकते हैं, वह मेडकल ऑफिसर के तौर पर अपना काम जारी रखेंगे और विभाग को रिपोर्ट करेंगे। लेकिन डॉक्टर अमित का कहना है कि उन्हें मेडिकल कॉलेज में पढ़ाने के लिए आवेदन से रोक दिया गया है क्योंकि इसके लिए कम से कम तीन साल का अनुभव होना चाहिए।
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