जम्मू कश्मीर: CRPF जवान की गोली से युवक की मौत के बाद बडगाम में बिगड़े हालात
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में इस समय एक नागरिक की मृत्यु के बाद से लगातार विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। बुधवार को घाटी में सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) जवान की गोली से बडगाम में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। अब उसके परिवार वालों ने सीआरपीएफ पर आरोप लगाया है कि जान-बूझकर सीआरपीएफ ने उसकी जान ली है। सीआरपीएफ ने मृतक की पहचान पीर मेहराजुद्दीन के तौर पर की है और वह बीरवाह बडगाम के गांव मखामा का रहने वाला था।
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बडगाम में 2जी मोबाइल सर्विस बंद
मेहराजुद्दीन की मौत ने उसके गांव में लोगों को विरोध प्रदर्शन के लिए उकसा दिया है। गांव में भारी सुरक्षाबल तैनात कर दिया गया है। प्रदर्शनकारियों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को पैलेट गन के साथ आंसू गैस का सहारा लेना पड़ा है। बडगाम में अथॉरिटीज ने 2जी मोबाइल सर्विसेज को बंद कर दिया है। हिंसा में कई लोगों के घायल होने की खबरें हैं। बताया जा रहा है कि मेहराजुद्दीन एक कार ड्राइवर था और वह अपने अंकल के साथ कहीं जा रहा था। इसी बीच सीआरपीएफ जवान ने कावूसा में सिक्योरिटी चेक प्वाइंट पर उस पर गोली चला दी। इस घटना पर सीआरपीएफ का कहना है कि मेहराजुद्दीन को चेक प्वाइंट्स पर रुकने के लिए कहा गया था। उसने दोनों चेक प्वाइंट्स पर सिग्नल को नजरअंदाज किया और जब वॉर्निंग देने के बाद कार नहीं रुकी तो जवान को गोली चलानी पड़ी। सीआरपीएफ का कहना है कि उसी समय वहां से एक मिलिट्री कॉन्वॉय निकल रहा था और इस बात की आशंका हुई कि कार शायद उसे नुकसान पहुंचाने के मकसद से वहां पर पहुंची थी। वहीं मेहराजुद्दीन के अंकल ने सीआरपीएफ पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। मेहराजुद्दीन के अंकल गुलाम हसन शाह, जम्मू कश्मीर पुलिस में असिस्टेंट सब-इंसपेक्टर के पद पर तैनात हैं।