J&k:भाजपा ने पीडीपी से समर्थन लिया वापस, जानें अब क्या हैं विकल्प, क्या है सीटों का गणित
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श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी ने जम्मू कश्मीर की सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। समर्थन वापसी के बाद पीडीपी की सरकार गिर गई है। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्यपाल नरेंद्र नाथ वोहरा को अपना इस्तीफा सौंपा दिया है। आज शाम पीडीपी की एक बैठक होने वाली है। इस बैठक में आगे की रणनीति तय की जाएगी। वहीं, भाजपा की ओर से राम माधव ने साफ किया वो राज्य में राज्यपाल शासन चाहते हैं। इससे भाजपा की मंशा साफ जाहिर होती है कि वो नहीं चाहते हैं कि राज्य में कोई दूसरी पार्टी सरकार बनाए। अब सबकी नजरें राज्यपाल पर हैं कि वो क्या कदम उठाते हैं। अब कई तरह की संभावनाओं पर बात की जा रही है। हालांकि, कांग्रेस ने साफ तौर पर समर्थन देने से इनकार कर दिया है। ऐसे में देखते हैं कि राज्यपाल क्या कदम उठाते हैं। आइए नजर डालते हैं राज्य में किस तरह के समीकरण बन सकते हैं।
विधानसभा में पीडीपी के पास 28 सीटें हैं
एक विधानसभा की सीटों पर नजर डाली जाए तो 87 सदस्यों वाली विधानसभा में पीडीपी के पास 28 सीटें हैं तो वहीं भाजपा के पास 25 सीटें हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के पास 15 सीटें, कांग्रेस के पास 12 सीटें हैं। जम्मू-कश्मीर पीपल कांफ्रेंस के दो विधायक वहीं, सीपीआई(एम) और जम्मू-कश्मीर डेमोक्रेटिक फ्रंट के एक-एक विधायक हैं। इसके लिए तीन विधायक निर्दलीय हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि अब राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है।
क्या नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ सरकार बनाएंगी पीडीपी ?
वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस के भी पीडीपी सरकार को बाहर से समर्थन देने की बातें चल रही हैं। हालांकि, आधिकारिक तौर पर उमर अब्दुल्ला की पार्टी की ओर से कोई बयान नहीं आया है। राज्य में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी को एक दूसरे का विरोधी माना जाता है। अगर महबूबा मुफ्ती सूबे की प्रमुख विपक्षी पार्टी नैशनल कॉन्फ्रेंस से हाथ मिलाते हैं तो 28+15+7 का समीकरण बनेगा। इन हालात में पीडीपी को अन्य के समर्थन की जरूरत होगी।
समर्थन वापसी के लिए महबूबा मुफ्ती को ठहराया जिम्मेदार
जम्मू कश्मीर सरकार से भाजपा ने हटने का फैसला के पीछे भाजपा के महासचिव राम माधव ने महबूबा मुफ्ती को जिम्मेदार कहा है। उन्होंने कहा कि जिस मकसद से उन्होंने पीडीपी के साथ सरकार बनाई थी, उसमें कामयाबी ना मिलने पर सरकार से समर्थन वापस ले लिया गया।
राम माधव ने बताया, भाजपा ने पीडीपी से क्यों वापस लिया समर्थन