जम्मू कश्मीर: आर्टिकल 370 हटने के बाद राजनयिकों का एक और समूह पहुंचा घाटी
श्रीनगर। बुधवार को 25 देशों वाला विदेशी राजनयिकों का एक और समूह जम्मू कश्मीर के दौरे पर घाटी पहुंचा। आर्टिकल 370 हटने के बाद राजनयिकों का यह दूसरा घाटी दौरा होगा। इससे पहले एक ग्रुप ने जनवरी माह में भी राजनयिकों के एक ग्रुप ने घाटी का दौरा किया था। उस दौरे में विदेश मंत्रालय की तरफ से 15 देशों के राजदूतों वाले एक प्रतिनिधि मंडल को कश्मीर दौरे पर भेजा गया था।
किन-किन देशों के राजनयिक
राजनयिकों का जो दूसरा समूह घाटी पहुंचा है उसमें कनाडा, ऑस्ट्रिया, उजबेकिस्तान, युगांडा, स्लोवाकिया, नीदरलैंड्स, नामीबिया, किर्गिस्तान, बुल्गारिया, जर्मनी, तजाकिस्तान, फ्रांस, मैक्सिको, डेनमार्क, इटली, अफगानिस्तान, न्यूजीलैंड, पोलैंड, रवांडा और यूरोपियन यूनियन के राजनयिक शामिल थे। राजनयिकों ने डल झील की सैर की और फिर घाटी की स्थिति का अंदाजा लगाया। पिछले दिनों खबरें आई थीं कि करीब 20 से 25 राजनयिक इस बार घाटी के दौरा कर सकते हैं। ये सभी राजनयिक अलग-अलग भौगोलिक स्थितियों वाले क्षेत्रों से आते हैं और इन्हें प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने के लिए आमंत्रण भेजा गया है। जनवरी में जो ग्रुप कश्मीर गया था उसमें ईयू के डिप्लोमैट्स शामिल नहीं थे क्योंकि उन्होंने घाटी के दौरे पर जाने से इनकार कर दिया था। पिछले शुक्रवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने साउथ ब्लॉक में ईयू के मुखियाओं से इस बाबत मुलाकात की थी।