जम्मू-कश्मीर: उरी सेक्टर में पाकिस्तान ने तोड़ा सीजफायर, भारतीय सुरक्षाबल का एक जवान शहीद
नई दिल्ली। पाकिस्तान अपने नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है, बुधवार को एक बार फिर पाक सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन किया। दुश्मन के पहले का भारतीय सैनिकों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया लेकिन गोलीबारी में एक जवान के शहीद होने की खबर है। आर्मी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सेना को गोली लगने के बाद शहीद जवान को अस्पताल ले जाया गया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
पाकिस्तानी सेना द्वारा बुधवार सुबह से उड़ी सेक्टर के सिलिकूट, हथलंगा, मोथल, सोवरा, बालकोट, चुरंडा और आस-पास के रिहायशी इलाकों को निशाना बनाते हुए गोलीबारी की गई। पाकिस्तान ने सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे इन इलाकों को छोटे और बड़े हथियारों से निशाना बनाना शुरू किया। इस दौरान 18 मराठा लाई का जेसीओ बृजेश कराटे शहीद हो गया। हालांकि, सेना की ओर से नाम की आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की गई है। चुरंडा गांव में गोले लगने से नसीमा (23) नामक महिला की मौत हो गई।
पाकिस्तान की भारी गोलाबारी को देखते हुए रिहायशी इलाके में फंसे लोगों को प्रशासन तथा सेना ने निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। गोलाबारी के बीच ही सेना तथा पुलिस के कैस्पर वाहनों से लोगों को गांव से निकाला गया। प्रशासन का कहना है कि पूरी स्थिति पर नजर रखी जा रही है। जरूरत पड़ने पर ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा। इसके लिए वाहन तथा एंबुलेंस तैयार रखे गए हैं। गोलाबारी से इन इलाकों के लोगों में काफ ी दहशत का माहौल पैदा हुआ है। लोग रात में अंधेरे में घरों में ही दुबके हुए हैं।
उधर, अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में भी पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी की गई।बता दें कि, इस साल पाकिस्तान की ओर से ऐसी घटनाओं में फिर बढ़ोतरी हुई है, जबकि पिछले साल मई के बाद से भारत ने पाकिस्तान के बीच हुई उच्च स्तरीय वार्ता के बाद सीमा पर फायरिंग की घटनाएं कम हुई थीं। पाकिस्तान की तरफ से साल 2017 में सीजफायर उल्लंघन की कुल 971 घटनाएं सामने आई थीं। वहीं जम्मू-कश्मीन से धारा 370 के हटने के बाद पड़ोसी देश बौखलाया हुआ है जिसके चलते वह सीजफायर की आड़ में आतंकवादियों को पाकिस्तान में प्रवेश करने की फिराक में हैं।
जम्मू-कश्मीर
से
हटाई
गईं
अर्धसैनिक
बलों
की
72
टुकड़ियां
जम्मू
कश्मीर
से
अगस्त
में
धारा
370
हटाए
जाने
के
बाद
अब
हालात
धीमे-धीमे
सामान्य
हो
रहे
हैं।
गृह
मंत्रालय
ने
जम्मू
और
कश्मीर
से
सुरक्षा
घटाने
का
फैसला
लेते
हुए
अर्धसैनिक
बलों
की
72
टुकड़ियों
को
हटाने
का
फैसला
किया
है।
बता
दें
कि,
कश्मीर
से
5
अगस्त
से
अनुच्छेद
370
हटाए
जाने
के
बाद
हालात
को
नियंत्रण
में
रखने
के
लिए
भारी
संख्या
में
सुरक्षाबलों
की
तैनाती
की
गई
थी।
केंद्रीय
गृह
मंत्रालय
की
उच्चस्तरीय
बैठक
में
इसका
निर्णय
लिया
गया।
गृह मंत्रालय की मंगलवार को हुई हाई लेवल मीटिंग में यह फैसला लिया गया कि, आरपीएफ की 24, बीएसएफ की 12, सीआईएसएफ की 12, आईटीबीपी की 12 और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 12 कंपनियों को नए घोषित केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर से निकाला जाएगा। हर कंपनी में करीब 100 जवान होते हैं। यानी, 7 हजार से ज्यादा अर्धसैनिक बल जम्मू-कश्मीर से निकल जाएंगे।
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