पश्चिम बंगाल में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के सदस्यों ने कृषि कानूनों को लेकर किया विरोध प्रदर्शन
जमीयत उलेमा-ए-हिंद (JUH) के अध्यक्ष सिद्दीकुल्ला चौधरी (Siddiqullah Chowdhury) की अगुवाई में आज बुधवार को संगठन के कार्यकर्ताओं ने कृषि कानूनों को लेकर पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन किया।
नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) के मंत्री और इस्लामी संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद (JUH) के अध्यक्ष सिद्दीकुल्ला चौधरी (Siddiqullah Chowdhury) की अगुवाई में आज बुधवार को संगठन के कार्यकर्ताओं ने कृषि कानूनों को लेकर पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने पूर्वी बर्दवान में राष्ट्रीय राजमार्ग-2 (NH-2) को भी जाम कर दिया।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने इस दौरान मीडिया से बातचीत में कहा, "केन्द्र सरकार ने कानूनों की समीक्षा के लिए जो समिति गठित की है उसमें कानूनों के खिलाफ सदस्य हैं। हम चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट कानूनों को भंग करने के लिए रोजाना सुनवाई करे।" खबरों के अनुसार इससे पहले सिद्दीकुल्ला चौधरी की अगुवाई में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कोरोना वैक्सीन लेकर जा रहे एक ट्रक को भी रोक लिया था जिसके बाद वहां लाठी डंडे चले और लोगों के बीच हाथापाई भी हुई।
इस पूरे मसले पर भाजपा नेता और पश्चिम बंगाल के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक कैलाश विजयवर्गीय ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, "बंगाल के मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने कृषि कानून के खिलाफ पूर्व बर्दमान के गलसी में विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के कारण बहुत देर तक रास्ता जाम होने पर लोगों ने विरोध भी किया, मंत्रीजी हाथ में लकड़ी लेकर लोगों को मारते हुए देखे गए।"
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आपको बता दें कि टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी कृषि कानूनों पर किसानों के समर्थन में खड़ी नजर आई हैं और उन्होंने कृषि कानूनों का जमकर विरोध किया है।
उनकी पार्टी ने किसानों के समर्थन में पार्टी के सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल भी दिल्ली भेजा है।