पाकिस्तान में पीएम मोदी और NSA डोवाल पर आत्मघाती हमले की साजिश, जैश ने बनाया एक स्पेशल स्क्वायड
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नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने से बौखलाए पाकिस्तान ने अब आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के साथ मिलकर बड़ी साजिश को अंजाम देने की साजिश तैयार की है। इंग्लिश डेली टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक जैश ने एक स्पेशल स्क्वायड तैयार किया है। इस स्क्वायड को खास तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोवाल को निशाना बनाने के मकसद से तैयार किया गया है।
सितंबर में बड़े आतंकी हमले की तैयारी
इंटेलीजेंस एजेंसियों के सूत्रों के हवाले से इस बात की जानकारी दी गई है कि पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई इस बात को पचा नहीं पा रही है कि भारत ने जम्मू कश्मीर राज्य को मिला विशेष दर्जा खत्म कर दिया है। इसी हताशा के चलते उसने जैश के टॉप कमांडर्स के साथ एक बड़े आतंकी हमले के लिए हाथ मिलाया है। कहा जा रहा है कि एक विदेशी इंटेलीजेंस एजेंसी की ओर से पाकिस्तान में मौजूद जैश के ऑपरेटिव शमशेर वानी और उसके हैंडलर के बीच हुई बातचीत को इंटरसेप्ट किया गया था। अधिकारियों की मानें तो यह कम्यूनिकेशन एक हैंडरिटेन नोट में थी। इनपुट के मुताबिक जैश सितंबर में बड़ा हमला करने की तैयारी में है।
30 शहरों की पुलिस हाई अलर्ट पर
जम्मू, अमृतसर, पठानकोट, जयपुर, गांधीनगर, कानपुर और लखनऊ की पुलिस समेत 30 शहरों की पुलिस को इस बाबत एक अलर्ट जारी किया गया है। एनएसए डोवाल के पास मौजूद सुरक्षा व्यवस्था का जायजा भी लिया गयास है। डोवाल के पास इस समय जेड प्लस सिक्योरिटी है और एंटी-टेरर ऑपरेशंस के चलते उन्हें यह सुरक्षा कवर दिया गया है। साल 2016 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक हो या फिर बालाकोट एयरस्ट्राइक, डोवाल ने एक अहम रोल अदा किया था। जैश, 26 फरवरी को हुई बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद से ही हताश है जिसमें उसके कई बड़े ऑपरेटिव्स ढेर हो गए थे।
पुलवामा जैसी साजिश को अंजाम देने की तैयार
पांच अगस्त को भारत ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटा दिया था। इसके बाद से ही जैश, 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले जैसी साजिश को अंजाम देने की कोशिशों लगा हुआ है। सीआरपीएफ काफिले में 40 जवान शहीद हो गए थे।12-13 सितंबर को पाकिस्तान की आर्मी ने बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) ने सुसाइड बॉम्बर्स के एक बड़े दस्ते को पीओके के हाजीपीर से दाखिल कराने की कोशिश की थी। हालांकि सेना ने उस प्रयास को विफल कर दिया था।
बदले नाम के साथ 30 हमलावरों की टीम
मंगलवार को खबर आई थी कि जैश ने अब अपना नाम बदलकर मजलिस-वुरासा-ए-शाहुदा जम्मू वा कश्मीर कर लिया है। संगठन ने अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते यह कदम उठाया है। एजेंसियों ने बताया है कि जैश ने सिर्फ नाम बदला है और उसकी लीडरशिप और टेररिस्ट कैडर में कोई बदलाव नहीं हुआ है। पाकिस्तान पर नजर रखने वाली एजेंसियों की तरफ से बताया गया है कि जैश ने भारत पर हमला करने के मकसद से 30 आत्मघाती हमलावरों को तैयार कर लिया है। वहीं, जैश ने बहावलपुर और सियालकोट में अपना ट्रेनिंग सेंटर फिर से एक्टिव कर लिया है।