Jaipur Literature Fest: सबसे बड़े साहित्य समारोह के वर्चुअल संस्करण की पूरी जानकारी विस्तार से
नई दिल्ली: जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल को दुनिया के सबसे बड़े साहित्यिक शो के रूप में जाना जाता है। इसके अलावा ये विचारों के आदान-प्रदान का एक शानदार पर्व है। जिसमें हर साल महान लेखक, राजनेता, बिजनेसमैन और एंटरटेनमेंट करने वाले एक मंच पर इकट्ठा होते हैं, ताकी विचारों पर खुलकर बात कर सकें। खास बात ये है कि इस साल आपका पसंदीदा डेलीहंट और वन इंडिया जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के लिए लाइव स्ट्रीमिंग और डिजिटल मीडिया पार्टनर हैं।
इस फेस्टिवल में पहले लेखक एनी जैदी और दीपा अनपरा ने शहनाज हबीब के साथ बातचीत की। ये सेशन दो उपन्यासों पर था, जो भारतीय समाज में अलग-थलग पड़ने वाले अलौकिकता की जांच करते हैं। बातचीत के दौरान एनी जैदी ने कहा कि मेरे उपन्यास 'प्रल्यूड टू ए दंगल' में, यह एक चरित्र के दृष्टिकोण पर निर्मित हैं। कई किरदार हैं और उन सभी में से किसी को सबसे अच्छे के रूप में इंगित करना मुश्किल है।
इस फेस्टिवल में भारतीय लेखक और रिसर्चर हर्ष मंदर भी शामिल हुए। हर्ष सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं, जो बेघर और भूखे लोगों के लिए काम करते हैं। कार्यक्रम में उन्होंने अपनी नई किताब Locking Down the Poor: The Pandemic and India's Moral Centre पर विस्तार से बातचीत की। केंद्र सरकार ने मार्च 2020 में जब राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया था, तो बड़ी संख्या में मजदूर इससे प्रभावित हुए थे। इस किताब में उसको लेकर विस्तार से लिखा गया है।
वहीं फेस्टिवल के दूसरे दिन मशहूर भारतीय कवि साहिर लुधियानवी की 100वीं जयंती पर साहित्य जगत की दो दिग्गज हस्तियां एक मंच पर आईं। वर्चुअल तरीके से आयोजित सत्र में नसरीन मुन्नी कबीर और सैफ महमूद ने साहिर लुधियानवी की जयंती मनाने के लिए खास बातचीत की। इस दौरान नसरीन ने साहिर लुधियानवी के सम्मान में एक डायरी लॉन्च की। इस बातचीत के दौरान नसरीन मुन्नी ने कहा कि इस डायरी में साहिर लुधियानवी की कई अनदेखी तस्वीरें और उनकी कविताएं हैं, जो अंग्रेजी में ट्रांसलेट हैं। नसरीन मुन्नी ने इस दौरान भारतीय कवियों में साहिर के योगदान की काफी सराहना की। नसरीन से इस दौरान सवाल किया गया कि उन्होंने साहिर साहब की कविताओं को एक डायरी में क्यों जोड़ा है? किताब क्यों नहीं लिखी? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि साहिर साहब ने लेखन किया है और ये कारण काफी है ये समझने के लिए, लोगों को इस डायरी को पढ़ना चाहिए।
वहीं अगले सेशन में 26 फरवरी को लेखक और राजनीतिज्ञ शशि थरूर अपनी नई किताब The Battle Of Belonging: On Nationalism, Patriotism, And What It Means To Be Indian पर बात करेंगे। इसके बाद केशव देसीराजू अपनी किताब Of Gifted Voice: The Life And Art Of Ms. Subbulakshmi पर बात करेंगे। कोरोना महामारी की वजह से जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का 14वां एडिशन पूरी तरह से वर्चुअल हो रहा है। इसमें पहला सीजन 19 फरवरी से शुरू होकर 21 फरवरी तक चला। इसके बाद दूसरा सीजन 26 फरवरी से शुरू होकर 28 फरवरी तक चलेगा।