वीके सिंह-मोदी के संभावित मिलाप को करीब से देख रहे जगदंबिका पाल
पार्टी सूत्रों के अनुसार वीके सिंह अगले दो-तीन दिन के भीतर भाजपा में औपचारिक रूप से शामिल होंगे। आज दिल्ली में होने वाली उच्च स्तरीय बैठक में यह भी चर्चा होगी कि वीके सिंह को कहां से चुनाव लड़ाया जाये। हालांकि सूत्रों के अनुसार उन्हें हरियाणा से ही किसी सीट से टिकट दिया जा सकता है। वैसे जहां तक उम्मीद है उन्हें भिवानी-महेंदरगढ़ से टिकट दिया जा सकता है, जहां पर वर्तमान में कांग्रेस का कब्जा है। कांग्रेए आगामी चुनावों में इस सीट पर वर्तमान सांसद श्रुति चौधरी को ही उतारने की योजना में है।
भिवानी राजपूतों का गढ़ माना जाता है, लिहाजा राजपूत होने के नाते वीके सिंह के खाते में भारी संख्या में वोट गिरने की उम्मीद है। यही नहीं भारतीय सेना को अपना आधा जीवन समर्पित करने वाले वीके सिंह ने चूंकि भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है, लिहाजा वो आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी को भी कड़ी टक्कर दे सकते हैं।
हालांकि ये सारे कयास अभी तक कयास ही हैं, जब तक वीके सिंह खुद औपचारिक ऐलान नहीं कर देते या फिर भाजपा इसकी पुष्टि नहीं कर देती। इसमें संशय इसलिये बरकार है, क्योंकि कुछ महीने पहले वीके सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि भाजपा ज्वाइन करने की उनकी कोई योजना नहीं है।
Did You Know: अमेरिका ने भी माना था वीके सिंह का लोहा
इसमें कोई शक नहीं कि अगर वीके सिंह भाजपा में आ गये, तो नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर वो कांग्रेस (खास तौर से हरियाणा कांग्रेस) और आम आदमी पार्टी (जो हरियाणा में जीत का दम भर रही है) की नाक में दम कर देंगे।
कांग्रेस से नाराज जगदंबिका पाल भाजपा में
यूपी के डुमरियागंज से कांग्रेस के सांसद व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री जगदंबिका पाल कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में गिने जाते हैं, लेकिन अचानक कुछ अंदरूनी मामलों के चलते कांग्रेस को छोड़ने की नौबत आ गई है। खबर है कि वो भाजपा में शामिल हो सकते हैं। खबर है कि उन्हांने इस संबंध में राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ से संपर्क साधा है।
जगदंबिका पाल की नाराजगी पार्टी में नेतृत्व को लेकर है। सूत्रों का यह भी कहना है कि जगदंबिका पाल लखनऊ से लोकसभा का टिकट चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस इस सीट पर किसी युवा को उतारने के चक्कर में है। युवा में लखनऊ विश्वविद्यालय छात्रसंग के पूर्व नेता तरुणेंद्र चंद्र पटेल तरुण को उतारने की प्लानिंग में है।
जगदंबिका पाल की सबसे बड़ी समस्या सीनियर-जूनियर की है, उनका कहना है कि उनसे छह जूनियर पार्टी में बड़े पदों पर हैं, लेकिन वो नहीं। छह जूनियर बेनी प्रसाद वर्मा, सलमान खुर्शीद, श्रीप्रकाश जायसवाल के नाम प्रमुख हैं। और आ जब वीके सिंह के भाजपा में शामिल होने की खबरें दौड़ रही हैं, तब जगदंबिका पाल खुद को लाइन में खड़ा कर इस मिलाप को करीब से देख रहे हैं।
Did You Know: क्या आपको मालूम हैं कि अमेरिका ने भी जनरल वीके सिंह का लोहा माना था। अमेरिका के आर्मी वॉर कॉलेज ने जनरल वीके सिंह काे 11 मार्च 2011 को हॉल ऑफ फेम के अवार्ड से सम्मानित किया था। वीके सिंह एक मात्र भारतीय सैन्य अधिकारी हैं, जिन्हें यह अवार्ड दिया गया।