जाधवपुर यूनिवर्सिटी: छात्रा का आरोप- बाबुल सुप्रियो ने किया था सेक्सिस्ट कमेंट, इसलिए बिगड़े हालात
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो का जाधवपुर विश्वविद्यालय में छात्रों के एक समूह ने घेराव किया और उन्हें काले झंडे दिखाए गए। बाबुल सुप्रियो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा आयोजित एक सेमिनार को संबोधित करने के लिए यूनिवर्सिटी पहुंचे थे। हालात ये बन गए थे कि जब सूबे के राज्यपाल यूनिवर्सिटी परिसर से बाबुल सुप्रियो के साथ निकलने की कोशिश करने लगे तो यहां पर उन्हें भी छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा था। वहीं, पूरे मामले में वाम छात्र संगठनों ने धक्का-मुक्की करने के बाबुल सुप्रियो के आरोपों को खारिज किया है।
केंद्रीय मंत्री पर सेक्सिस्ट कमेंट करने का आरोप
वाम दलों से जुड़े छात्रों ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री पर सेक्सिस्ट कमेंट कर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया। छात्रों का आरोप है कि बाबुल सुप्रियो ने ऐसा कमेंट किया जिससे छात्र भड़क गए। एसएफआई कोलकाता जिले के सचिव समन्वय राणा ने बताया, 'हम लोग यूनिवर्सिटी में शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, हमें इस बात का पता चला था कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा आयोजित सेमिनार में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो भाग ले रहे हैं।'
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जाधवपुर यूनिवर्सिटी में जमकर हुआ बवाल
राणा ने बताया कि यूनिवर्सिटी में बाबुल सुप्रियो ने 'बंगालियो के खिलाफ सेक्सिस्ट टिप्पणी की, जिससे वहां के छात्र-छात्राएं जमा हो गए। राणा का कहना था कि सुप्रियो ने खुद लोगों को भड़काया जिससे लोग उग्र हो गए और विवाद बढ़ गया। विवाद उस वक्त बढ़ा जब भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी दलों ने राज्यों में 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत और सत्ताधारी टीएमसी के हार की बात करने लगे। इसपर वामदल और भाजपा के कार्यकर्ता भिड़ गए।'
बाबुल सुप्रियो के साथ हुई धक्का-मुक्की, दिखाई गए काले झंडे
यूनिवर्सिटी के कंपरेटिव लिटरेचर डिपार्टमेंट में पढ़ने वाली छात्र स्मृति सिन्हा ने बताया, 'मैं एसएफआई की सदस्य नहीं लेकिन विरोध में शामिल थी, हमने शांतिपूर्ण तरीके से स्लोगन और काले झंडे दिखाकर विरोध जताने की योजना बनाई थी।' स्मृति का कहना था कि हमने विरोध के लिए मानव श्रृंखला बनाई थी जिससे बाबुल सुप्रियो आसानी से गुजर सकते थे, लेकिन उन्होंने लोगों को उकसाया और इस कारण वहां भगदड़ मच गई।'