पंखे से लटककर अब नहीं जाएगी किसी की जान, सुसाइड प्रूफ फैन को मिला पेटेंट
नई दिल्ली- अक्सर देखा जाता है कि खुदकुशी करने वालों के लिए सीलिंग फैन से लटक जाना सबसे आसान तरीका होता है। लेकिन, जबलपुर के एक कार्डियोलॉजिस्ट ने अपनी कठिन मेहनत की बदौलत इस संकट का समाधान ढूंढ़ लिया है। उन्होंने लोगों की जान बचाने के लिए सिर्फ नए यंत्र का आविष्कार ही नहीं किया है, उसका पेटेंट भी करा लिया है।

सुसाइड प्रूफ फैन से बचेगी जान
मध्य प्रदेश के जबलपुर के एक कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर आरएस शर्मा को उनके आविष्कार के 6 साल बाद तब बड़ी कामयाबी मिली जब पिछले 1 अगस्त को उनके सुसाइड-प्रूफ सीलिंग फैन को इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑफ इंडिया के तहत पेटेंट मिल गया। उन्होंने सिर्फ अपनी लगन से इस यंत्र का आविष्कार किया है, जिसका उनके पेशे से कोई लेना-देना नहीं है। डॉक्टर शर्मा ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें असल जिंदगी की एक घटना ने एंटी-सुसाइड फैन बनाने के लिए प्रेरित किया। उनके अनुसार, "उन्हें इसकी प्रेरणा असल-जिंदगी के एक अनुभव से मिली, जब 12वीं की परीक्षा में फेल होने के बाद उनके पड़ोस के एक किशोर ने खुदकुशी कर ली। " उन्होंने बताया कि उस लड़के के पिता ने उसी दिन सीलिंग फैन हटाकर टेबल फैन लगा लिया था।

कैसे काम करता है सुसाइड प्रूफ फैन
डॉक्टर शर्मा उस वाक्ये से इतने आहत हुए कि दिन रात खुदकुशी के लिए इस्तेमाल होने वाले ऐसे सीलिंग फैन को सुसाइड-प्रूफ बनाने का ठान लिया। उन्होंने सीलिंग फैन में सेफ्टी फीचर जोड़ने के लिए हर तरह से दिमाग लगाया। वेल्डरों के यहां कई चक्कर लगाए, मशीनों पर दिमाग खपाया। तब जाकर उन्हें इसका समाधान मिला। उन्होंने एक ऐसा यंत्र सीलिंग फैन में फिट किया जिसपर लिमिट से ज्यादा दबाव पड़ते ही पंखा आराम से नीचे की ओर खिसक आता है। इससे सुसाइड करने के इरादे से लटकने वाले की गर्दन पर कोई दबाव नहीं पड़ता, उसके पैर जमीन पर आ जाते हैं और जान बच जाती है। यही नहीं इस पंखे में एक अलार्म भी लगाया गया है, जो पंखे के नीचे आते ही बजना शुरू हो जाता है, जिससे लोग अलर्ट हो जाते हैं।

कितनी होगी कीमत
जबलपुर के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर डॉक्टर शर्मा के मुताबिक उनके एंटी सुसाइड डिवाइस पर मुश्किल से 500 रुपये का खर्च आता है और अगर इसे बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जाए तो यह और भी कम हो सकता है। उनका कहना है कि अपने आविष्कार से वे कोई मुनाफा नहीं कमाना चाहते, बल्कि उनकी कोशिश ये है कि इस तकनीक को सरकार ले ले और उसे पंखे बनाने वाली कंपनियों के लिए अनिवार्य रूप से पंखों में लगाने का प्रावधान कर दे। यही नहीं अब डॉक्टर शर्मा अपने आविष्कार में कुछ और विशेषता जोड़ने पर भी काम कर रहे हैं। मसलन, उसमें वो ऐसी डिवाइस लगाना चाहते हैं, जिससे सुसाइड की कोशिश में किसी खास व्यक्ति या संबंधित अधिकारियों के मोबाइल पर भी अलर्ट पहुंच सकेगा
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