J&K:गुपकार गठबंधन ने बयां किया अपना दर्द- 'जब भी जरूरत पड़ी कांग्रेस ने मुसलमानों को अकेला छोड़ दिया'
नई दिल्ली- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के हमले के बाद कांग्रेस ने मंगलवार को ऐलान किया था कि उसका जम्मू-कश्मीर के गुपकार गठबंधन के साथ कोई वास्ता नहीं है और वह ना ही उस गठबंधन का हिस्सा है। कांग्रेस के इस रवैए पर गठबंधन में शामिल पार्टियों ने उसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इन पार्टियों को लगा था कि बीजेपी की वजह से कांग्रेस उनके साथ खड़ी रहेगी, लेकिन जब शाह ने कांग्रेस को सीधी चुनौती देनी शुरू कर दी तो पार्टी को इस मसले पर अपना रुख साफ करना पड़ा। अब गुपकार दलों ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उसे एक ऐसा शर्मिंदा पार्टी करार दिया है, जिसका एजेंडा बीजेपी तय करती है। गौरतलब है कि बीजेपी के विरोध में पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस पार्टियां भी इस गठबंधन में शामिल हैं और वह कांग्रेस को भी अब तक अपने साथ ही मान कर चल रही थीं।
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लगता है कि जम्मू-कश्मीर के गुपकार गठबंधन में शामिल पार्टियों का कांग्रेस को लेकर मन में चल रहा भ्रम टूट गया है। उसके इस गठबंधन का हिस्सा ना होने के ऐलान के बाद नेशनल कांफ्रेंस के नेता रुहुल्ला मेधी ने कहा है- 'कांग्रेस की स्थिति आज एक ऐसी शर्मिंदा पार्टी की हो गई है, जिसका एजेंडा बीजेपी तय करती है। वो आपको बीजेपी की आक्रमकता के खिलाफ समर्थन देना चाहते हैं, लेकिन जब असल में ऐक्शन लेने की बारी आएगी वह आपको अकेला छोड़ देंगे। मुसलमानों के साथ यह बात सामान्य है और खासकर कश्मीर में। उनके पास बीजेपी की झूठी कहानियों का अपने दम पर जवाब देने का साहस नहीं है। जैसे ही बीजेपी ने किसी भी विचार को 'एंटी-नेशनल' कहना शुरू किया, कांग्रेस कायरों की तरह उन्हें छोड़कर भाग जाएगी। '
पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने एक बार फिर से झूठा प्रोपेगेंडा चलाकर कांग्रेस को गुपकार एजेंडे पर डिफेंसिव कर दिया है। मुफ्ती बोलीं- 'जहां बीजेपी झूठ का प्रचार करती है वहां का पैटर्न है कि वह एजेंडा सेट करती है, जिससे कांग्रेस को भी उसी लाइन पर चलने को मजबूर होना पड़ता है, इसलिए इस देश में एक मजबूत विपक्ष का अभाव है। ' उन्होंने एक बार फिर से दावा किया कि 'यह तथ्य है कि आर्टिकल 370 हटाना गैरकानूनी था और जम्मू-कश्मीर को यह संवैधानिक गारंटी दी गई थी। लेकिन, बीजेपी ने जिस झूठ का प्रचार किया है, उसके चलते कांग्रेस समेत कोई भी राष्ट्रीय पार्टी इसे सार्वजनिक तौर पर स्वीकार नहीं करती। हम ऐसे समय में जी रहे हैं जहां संवैधानिक अधिकार मांगने को भी राष्ट्र-विरोधी समझा जाता है।'
नेशनल कांफ्रेंस नेता मेहदी ने कांग्रेस पर भड़ास निकालते हुए कहा है, 'जब भी जरूरत पड़ी कांग्रेस ने मुसलमानों को अकेला छोड़ दिया। उन्होंने दूसरे अल्पसंख्यकों को भी अकेला छोड़ दिया और उन्होंने कश्मीरियों को तब धोखा दिया और अकेले छोड़ दिया जब राष्ट्र को यह समझाने के लिए कि क्यों 370 'राष्ट्र-विरोधी' नहीं था, हमें उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। 5 अगस्त, 2019 को संसद में उनका आचरण घृणित था, कुछ तो कहते। उनके अगुवा नेहरू और दूसरे फाउंडिंग फादर्स के सिद्धांतों, वादों और प्रयासों को खत्म कर दिया गया और वह बीजेपी की झूठी कहानियों से शर्मिंदगी के साथ बच निकलने के लिए बीच का रास्ता तलाश रहे थे। '
उन्होंने कहा कि 'कांग्रेस अब अपनी विचारधारा और सिद्धांतों का पालन नहीं कर पा रही है। हर दूसरे दिन वह इस बात पर सफाई देती फिरती है कि वह वैसी नहीं है जैसा कि बीजेपी उसे कहती है। उनका अपना इतिहास बीजेपी फिर से लिख रही है और उन्हें इसे बचाने का कोई तरीका ही नहीं पता है। नेहरू की छवि को नया रूप दिया गया और उन्हें कुछ पता नहीं। सरदार पटेल को उन्होंने हथिया लिया और उन्हें पता भी नहीं चला। उनकी धर्मनिर्पेक्षता और समग्र भारत अब खराब शब्द बन चुके हैं।'
गौरतलब है कि गुपकार गठबंधन में शामिल पार्टियां जम्मू-कश्मीर में धारा-370 की फिर से बहाली और संघ शासित प्रदेश को फिर से राज्य का दर्ज वापस दिए जाने की मांग कर रही हैं। लेकिन, इसके चक्कर में महबूबा मुफ्ती यह आपत्तिजनक बयान दे गईं कि जब तक उन्हें राज्य का अपना झंडा वापस नहीं मिलेगा तो वह तिरंगा नहीं उठाएंगी। वहीं फारूक अब्दुल्ला ने कथित तौर पर आर्टिकल-370 की बहाली के लिए कह दिया कि यह चीन की दखल से ही हो सकता है। इसके बाद से ही यह गठबंधन विवादों में आ गया है और गृहमंत्री अमित शाह इसे गुपकार गैंग कहकर निशाना साध चुके हैं।
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