J&K DDC election results:PDP-NC-Congress को मिले कुल 4.83 लाख से अधिक वोट, BJP कहां अटकी?
नई दिल्ली- भाजपा नेताओं ने जम्मू-कश्मीर में डीडीसी के चुनाव परिणामों (DDC election result) को आशाओं और लोकतंत्र की जीत करार दिया है। पार्टी नेताओं का यह भी दावा है कि अगर बीजेपी और निर्दलीय उम्मीदवारों के वोटों को मिलाकर देखें तो गुपकार गठबंधन (Gupkar alliance) ने इस चुनाव में अपनी विश्वसनीयता खो दी है। दरअसल,भाजपा कई वजहों से डीडीसी चुनाव परिणाम को लेकर गदगद है, वह घाटी में सबसे बड़ी अकेली राजनीतिक शक्ति बन गई है, उसे जितने वोट मिले हैं, उतने वहां की तीन सबसे बड़ी पार्टियों को मिलाकर भी नहीं हो पाए हैं।
'आशा और लोकतंत्र की विजय'
केंद्रीय कानून मंत्री और बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में आए डीडीसी चुनाव परिणामों के बारे में कहा है कि ये नतीजे उम्मीदों और लोकतंत्र की जीत हैं। उन्होंने कहा है,'डीडीडी का परिणाम आशा और लोकतंत्र की विजय है। राज्य में बीजेपी(BJP) सबसे बड़ी पार्टी बन गई है, जिसके बाद नेशनल कांफ्रेंस (NC), पीडीपी (PDP) और कांग्रेस (Congress) है।' गौरतलब है कि अभी तक के नतीजों के मुताबिक इस चुनावमें इन चारों दलों को क्रमश: 75, 67, 27 और 26 सीटें मिली हैं। मुख्यतौर पर यह चुनाव भाजपा और गुपकार गठबंधन में शामिल राज्य की सात क्षेत्रीय दलों के बीच हुआ है, जिसमें गठबंधन को अधिक सीटें तो मिली हैं, लेकिन भाजपा पहली बार सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।
वोटों में तीन दलों पर भारी पड़ी बीजेपी
इस चुनाव में गुपकार गठबंधन (Gupkar alliance ) का बीजेपी की तुलना में कश्मीर की सीटों पर दबदबा रहा तो भाजपा ने जम्मू इलाके में अपने भगवा झंडे को और ऊंचा लहरा दिया। गुपकार गठबंधन को अबतक कुल मिलाकर 112 सीटें मिल चुकी हैं। नतीजों से जाहिर होता है कि गुपकार गठबंधन को 6 जिलों में स्पष्ट बहुमत मिल चुका है, जबकि भाजपा को पांच जिलों में बहुमत हासिल हो चुका है। हालांकि, इनके अलावा 6 और ऐसे जिले हैं जहां गठबंधन को बीजेपी पर बढ़त मिल चुकी है। लेकिन, अबतक हुई वोटों की गिनती के हिसाब रविशंकर प्रसाद की ओर से बताए गए आंकड़े देखें तो भारतीय जनता पार्टी (BJP) को जितने वोट मिले हैं, वह नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस को मिल कुल वोटों से भी ज्यादा हैं।
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'बीजेपी को अकेले मिले 4.87 लाख वोट'
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है, 'गुपकार गठबंधन इसलिए बनाया गया, क्योंकि ये बीजेपी का अकेले सामना करने में सक्षम नहीं थे। इसके बावजूद, बीजेपी को 4.87 लाख वोट मिले, नेशनल कांफ्रेंस को 2.82 लाख वोट मिले, पीडीपी को 57,000 वोट मिले और कांग्रेस 1.39 लाख वोट जुटा सकी। बीजेपी का वोट शेयर एनसी, पीडीपी और कांग्रेस के कंबाइंड वोट शेयर से ज्यादा है। ऐसा पहली बार हुआ है कि बीजेपी को कश्मीर घाटी में सीटें मिली हैं। '
'गुपकार 'गैंग' ने अपनी विश्वसनीयता और लोगों का भरोसा खो दिया है'
वहीं, डीडीसी चुनाव में बीजेपी के प्रभारी अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने कहा कि 'यह जानना जरूरी है कि निर्दलीय उम्मीदवारों को कांग्रेस और पीडीपी से ज्यादा वोट मिले हैं। जो महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti ) ने तिरंगा ( tricolour) फहराने से इनकार किया था, उन्हें आज मुंहतोड़ जवाब मिल गया है।' उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगो ने मोदी जी में भरोसा जताया है। लोग उनकी नीतियों और लोकतांत्रिक सिद्धांतों का समर्थन कर रहे हैं, इसलिए पार्टी को कश्मीर घाटी में भी 3 सीटें मिली हैं। उन्होंने आगे कहा कि 'निर्दलीय उम्मीदवारों और बीजेपी का कुल वोट शेयर 52% से भी थोड़ा ज्यादा है। यह साफ संकेत है कि गुपकार 'गैंग' ने अपनी विश्वसनीयता और लोगों का भरोसा खो दिया है।'
निर्दलीयों ने किया शानदार प्रदर्शन
दरअसल, इस चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवारों ने वाकई काफी बढ़िया प्रदर्शन किया है। श्रीनगर (Srinagar) और पुंछ (Poonch)में काउंसिल के गठन की चाबी उन्हीं के पास है। दोनों जगहों पर ये सात-सात सीटें जीते हैं। पुंछ की एक और सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार आगे है। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में डीडीसी की 280 सीटों के लिए 8 चरणों में चुनाव करवाए हैं और वोटों की गिनती मंगलवार से चल रही है और ज्यादातर सीटों के नतीजे आ चुके हैं।