J&K: श्रीनगर के MLA होस्टल में हिरासत में रखे गए नेताओं के पास कैसे पहुंचे मोबाइल ?
नई दिल्ली- जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों ने श्रीनगर के एमएलए होस्टल में हिरासत में रखे गए कश्मीर नेताओं के कब्जे से छापेमारी में 11 मोबाइल फोन बरामद किए है। अब सवाल उठ रहे हैं कि आखिर हिरासत में रखे गए इन नेताओं के पास मोबाइल फोन पहुंचे कहां से। क्योंकि, अगर ये नेता अगर जेल में रहकर भी कई बाहर बातचीत करने के लिए आजाद थे, तब उन्हें हिरासत में रखने का सरकार का सारा मकसद ही बेकार हो सकता है। उधर, राज्य में सुरक्षा बलों ने उन लोगों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं, जो कारोबारियों को धमकाने वाले पोस्टर लगाने के लिए जिम्मेदार हैं।
जेल में रखे गए नेताओं के पास कैसे पहुंचे मोबाइल ?
श्रीनगर के एमएलए होस्टल में हिरासत में रखे गए मुख्यधारा के कई नेताओं के पास से पुलिस ने शनिवार की छापेमारी में 11 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक शनिवार शाम की छापेमारी जेल मैनुअल के मुताबिक रूटीन कार्रवाई के तहत की गई थी। पुलिस को इस बारे में सूचना मिली थी कि सब-जेल में तब्दील एमएलए होस्टल में रखे गए बंदी मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। पुलिस अधिकारी के मुताबिक सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस को इन बंदियों के पास से ये मोबाइल फोन मिले हैं। खबरों के मतुबाक बंदियों के पास से कुछ चार्जर भी बरामद किए गए हैं। अधिकारी के मुताबिक जब सुरक्षा बलों ने बंदियों के कमरों की तलाशी ली तो वहां से मोबाइल फोन मिले। अब इस बात की तफ्तीश की जा रही है कि अस्थाई जेल के भीतर मोबाइल फोन पहुंचे कैसे।
पिछले हफ्ते ही एमएलए होस्टल में हुए हैं शिफ्ट
बता दें कि लगभग तीन दर्जन नेताओं को पिछले पांच अगस्त को ही कश्मीर का विशेष दर्ज समाप्त किए जाने और आर्टिकल 370 हटाने के बाद से ही एहतियात के तौर पर हिरासत में रखा गया है। इन नेताओं को पहले श्रीनगर के सेंटूर होटल में रखा गया था। लेकिन, वहां कड़ाके की सर्दी से निपटने वाली पुख्ता सुविधाएं नहीं होने की वजह से इन्हें पिछले हफ्ते ही श्रीनगर के ही एमए रोड के पास एमएलए होस्टल में शिफ्ट किया गया है। इन नेताओं में कई पू्र्व मंत्री, विधायक और दूसरे नेता भी शामिल हैं। लेकिन, अगर यहां पर जेल के भीतर उनके पास मोबाइल फोन पहुंचे हैं तो यह अस्थाई जेल की निगरानी करने वाले लोगों की चूक का भी मामला लगता है।
धमकी भरे पोस्टर लगाने के मामले में गिरफ्तारी
इस बीच जम्मू-कश्मीर में धमकी भरे पोस्टरों के जरिए स्थानीय कारोबारियों को धमकाने और घाटी में सामान्य स्थिति बहाल करने में कठिनाई पैदा करने की कोशिश के आरोपों में अज्ञात लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों की मानें तो पकड़े लोगों का ताल्लुक आतंकवादी संगठनों से भी हो सकता है। कश्मीर रेंज के आईजी एसपी पाणि के मुताबिक दुकानदारों को डराने के लिए पोस्टर लगाने की घटनाओं को पुलिस ने संज्ञान में लिया है और इसी सिलसिले में इन घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
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