इटली: कोरोना वायरस से लड़ते हुए अब तक 100 डॉक्टरों की गई जान, 30 नर्सों की भी मौत
नई दिल्ली- यूरोप के बाकी देशों और अमेरिका के मुकाबले इटली में आज की तारीख में कोरोना वायरस के संक्रमण और इससे होने वाली मौतों के सिलसिले में गिरावट आ रही है। लेकिन, कोरोना पर यह कंट्रोल 100 से ज्यादा डॉक्टरों और 30 नर्सों की जान जाने के बाद हुआ है। जिन डॉक्टरों की वहां मौत हुई है, उनमें कुछ ऐसे बुजुर्ग डॉक्टर भी थे, जो रिटायरमेंट के बावजूद अपने पेशे की जिम्मेदारी समझते हुए कोविड-19 जैसे खतरनाक वायरस के साथ जंग लड़ते हुए चल बसे। इस खतरनाक महामारी की कीमत कितनी भयानक हो सकती है, आज इटली उसका जीता-जागता गवाह है। पूरा देश पिछले 9 मार्च से ही लॉकडाउन की स्थिति में है, लोग घरों से निकलना भूल चुके हैं, तब जाकर धीरे-धीरे उम्मीद की किरणें फिर से फूटती दिखाई दे रही हैं। लेकिन, इस स्थिति तक पहुंचते-पहुंचते यूरोप का ये देश बहुत कुछ गंवा चुका है।
इटली में कोरोना से 100 डॉक्टरों की हुई मौत
इटली में कोरोना वायरस से मरीजों की जान बचाने की जद्दोजहद में अब तक 100 डॉक्टरों की मौत हो चुकी है। गुरुवार को ये जानकारी इटली के एक स्वास्थ्य संगठन (FNOMCeO) ने दी है। बता दें कि इटली में कोरोना वायरस ने फरवरी महीने से ही कहर बरपाना शुरू कर दिया था। वहां के एक स्वास्थ्य संगठन के प्रवक्ता ने कहा है, 'कोविड-19 की वजह से मरने वाले डॉक्टरों की संख्या 100 है---दुर्भाग्य से शायद इस समय 101 हो चुकी है.....।' कोरोना से लड़ते हुए अपनी जान गंवाने वाले इटली के इन डॉक्टरों में कई वो डॉक्टर भी शामिल हैं, जो नौकरी से रिटायर होने के बावजूद जरूरत पड़ने पर अपने पेशे के मुताबिक अपनी जिम्मेदारी निभाने आईसीयू की ड्यूटी निभाने गए थे। इटली में ऐसे डॉक्टर फरवरी महीने से ही इटली के लोगों की जिंदगी बचाने के लिए अपनी जान की बाजी लगाए हुए हैं।
इटली में संक्रमितों में 10 फीसदी हेल्थ केयर से जुड़े लोग
बता दें कि इटली की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 100 से ज्यादा डॉक्टरों के अलावा वहां पर कोरोना के खिलाफ जारी जंग में अब तक करीब 30 नर्सों की भी मौत हो चुकी है। इटली के एक स्वास्थ्य संगठन के अध्यक्ष फिलिप्पो अनेल्ली के मुताबिक, 'हम अपने डॉक्टरों, हमारे स्वास्थ्यकर्मियों को बिना किसी सुरक्षा के वायरस से लड़ने की इजाजत दे सकते हैं.......यह एक गैरवाजिब लड़ाई है....' रोम के आईएसएस पब्लिक हेल्थ इंस्टीट्यूट के अनुमान के मुताबिक इटली में जितने लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं, उनमें से 10 फीसदी लोग वहां के हेल्थ केयर से जुड़े लोग हैं।
यूरोप के दूसरे देशों में बढ़ रहा है संक्रमण
बता दें कि इटली में पहले संक्रमण के 39 दिन बाद गुरुवार को मरीजों का आंकड़ा 1,39,422 तक पहुंच चुका है। लेकिन, सबसे बड़ी बात ये है कि इसमें मरने वालों की तादाद 17,669 हो चुकी है। दुनिया भर में इस बीमारी से अब तक 89,877 लोग दम तोड़ चुके हैं, जिसमें सबसे ज्यादा संख्या इटली की ही है। अलबत्ता कुल केस के मामले में अमेरिका और स्पेन इससे आगे हो चुके हैं। अमेरिका में कोविड-19 से संक्रमितों की तादाद 4,34,927 तक पहुंच चुकी है, जबकि स्पेन में 1,48,220 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं।
इटली में लॉकडाउन हटाने पर विचार शुरू
बता दें कि इटली में अब धीरे-धीरे उम्मीद की किरण जगी है और अब मामले कम होने शुरू हो गए हैं। वहां पिछले 9 मार्च से ही राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन किया गया है, जिसे अब वह धीरे-धीरे हटाने पर विचार शुरू कर चुका है। इटली में रोजाना संक्रमण की संख्या और रोजाना होने वाली मौतों की संख्या में आई गिरावट के बाद इस फैसले पर विचार चल रहा है। हालांकि, यूरोप के दूसरे देश मसलन, स्पेन और जर्मनी के हालात अभी बहुत ही बुरे चल रहे हैं और वहां संक्रमण और मौत दोनों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है।
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