अशोक गहलोत के करीबियों की छापेमारी में आयकर विभाग ने जब्त किए 12 करोड़ कैश
नई दिल्ली। राजस्थान के सियासी संकट के बीच आयकर विभाग की टीमों ने राजस्थान, दिल्ली मुंबई में कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस छापेमारी में आयकर विभाग ने 12 करोड़ रुपए की नगदी और अघोषित 1.7 करोड़ रुपए की ज्वेलरी जब्त की थी। यह छापेमारी राजस्थान के तीन अहम ग्रुप्स के खिलाफ की गई थी। आयकर विभाग को सूचना मिली थी कि ये ग्रुप आयकर की चोरी में लिप्त हैं, जिसके बाद आयकर विभाग के अधिकारियों ने यह छापेमारी की थी। आयकर विभाग इस बात की जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहा है कि क्या यह पैसा राजनीतिक उद्देश्य के लिए रखा गया था।
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आयकर विभाग ने जिन लोगों का पैसा जब्त किया है उनमे एक अहम नाम रतन कांत शर्मा का है। रतन कांत शर्मा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे का साथी है। रतन कांत के पास से आयकर विभाग ने पांच करोड़ रुपए बरामद किए हैं। बता दें कि यह छापेमारी अशोक गहलोत के करीबियों के अलग-अलग ठिकानों पर की गई थी। जिसमे दो लोग अशोक गहलोत के काफी करीबी माने जाते हैं। आयकर विभाग के 200 अधिकारियों ने इन लोगों के घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की थी। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग ने इस छापेमारी में कुल 12 करोड़ रुपए की नगदी और 1.7करोड़ रुपए की ज्वेलरी बरामद की है।
बता दें कि यह छापेमारी 13 जुलाई को की गई थी। सेंट्रल बोर्ड ऑफ टैक्सेस की ओर से सोमवार को कहा गया था कि यह छापेमारी तीन ग्रुप के 20 ठिकानों पर की जा रही है, जिसमे जयपुर के 20 ठिकानें, कोटा के 6 ठिकानें, दिल्ली के 8 ठिकानें और मुंबई के 9 ठिकानें शामिल हैं। दरअसल पर्देश में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रहे सियासी घमासान के बीच यह छापेमारी की गई है, यही वजह है कि कांग्रेस लगातार इसको लेकर भाजपा पर हमलावर है और आरोप लगा रही है कि इस सब के पीछे भाजपा का हाथ है।