अगर ये दस्तावेज नहीं है तो करतारपुर साहब के दर्शन नहीं कर पाएंगे श्रद्धालु
नई दिल्ली। पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारा में गुरु नानक देव के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के पास पासपोर्ट होना अहम है। हालांकि यहां दर्शन करने जाने वाले श्रद्धालुओं को पाकिस्तान का वीजा लेने की जरूरत नहीं है, लेकिन उनके पास पासपोर्ट होना चाहिए और साथ ही उन्हें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसकी अहम शर्त यह है कि अगर करतारपुर साहिब के दर्शन करने जा रहे हैं तो एक महीने पहले से ही आपको ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
ऑनलाइन आवेदन जरूरी
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को करतारपुर कॉरिडोर के काम की समीक्षा के लिए बैठक की, जिसमे यह तथ्य सामने आया है कि श्रद्धालुओं के पास पासपोर्ट होना अनिवार्य है। करतारपुर कॉरिडोर जाने वाले हर व्यक्ति पर पाकिस्तान की ओर से 20 डॉलर का शुल्क लिया जाएगा। इस बैठक में मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस दौरान प्रस्ताव रखा कि पासपोर्ट की जगह किसी अन्य दस्तावेज जैसे आधार कार्ड को मान्य करना चाहिए। इस बैठक में केंद्र की ओर से भी कई अधिकारी मौजूद थे।
जल्द बनेंगे पासपोर्ट
इस दौरान अमरिंदर सिंह ने चंडीगढ़ के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी से कहा कि पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए और लोगों को पास्ठ ट्रैक पासपोर्ट देने की सुविधा मुहैया कराई जाए। जो श्रद्धालु दर्शन के लिए करतारपुर साहिब जाना चाहते हैं उनके पासपोर्ट प्राथमिकता के आधार पर पहले बनाए जाएं। बैठक के बाद पंजाब सरकार के मंत्री सुखजिंदर सिंह ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए पोर्टल की शुरुआत 4 अक्टूबर से की जाएगी।
4 अक्टूबर को पोर्टल होगा शुरू
सुखजिंदर सिंह ने कहा कि उन लोगों के लिए भी इंतजाम किए जा रहे हैं जिनके पास पासपोर्ट नहीं हैं। ये लोग पासपोर्ट के लिए आवेदन 1500 रुपए की फीस के साथ कर सकते हैं। इन लोगों के पासपोर्ट की प्रक्रिया को एक या दो दिन में पूरा कर लिया जाएगा और उन्हें पासपोर्ट मुहैया करा दिया जाएगा। बता दें कि करतारपुर साहिब जाने वाले श्रद्धालुओं की पहले दिन रवानगी के दौरान 9 नवंबर को खुद मुख्यमंत्री लोगों के साथ मौजूद रहेंगे।
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