निजामुद्दीन मरकज मामले में केंद्रीय मंत्री नकवी बोले- ये तालिबानी जुर्म है, सख्त कानूनी कार्रवाई हो
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीग-ए-जमात में हिस्सा लेने वालों के कारण सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। यहां लॉकडाउन के बावजूद करीब 2300 लोग इकट्ठा हुए थे, जिनमें से कुछ कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें से 617 को अस्पताल ले जाया गया बाकी को क्वारंटाइन किया गया है। इस मामले में अब केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का बयान आया है। उन्होंने इसे तालिबानी जुर्म करार दिया है।
'ये तबलीगी जमात का तालिबानी जुर्म है'
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, 'ये तबलीगी जमात का तालिबानी जुर्म है, इस तरह के आपराधिक काम को किसी भी तरह से ना तो नजरअंदाज किया जा सकता है ना ही माफ किया जा सकता है। इन्होंने कई लोगों की जिंदगी खतरे में डाल दी है। ऐसे लोगों और संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए जो सरकार के निर्देशों की अवहेलना करते हैं।'
1000 लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में गए
बता दें निजामुद्दीन इलाके में मौजूद तबलीगी जमात के मरकज में दुनिया के अलग-अलग इलाकों से लोग आए थे। यहां कार्यक्रम में शामिल होने के बाद करीब 1000 लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में चले गए हैं, जिन्हें ढूंढने का काम जारी है। इसी कार्यक्रम में हिस्सा लेकर तेलंगाना पहुंचे 6 लोगों की मौत हो गई है। वहीं कश्मीर के एक व्यक्ति की भी मौत हुई है।
|
FIR में इन 6 लोगों का नाम शामिल
इस मामले में दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है, निजामुद्दीन मरकज मामले की FIR में इन 6 लोगों का नाम शामिल है- मौलाना साद, डॉ. जीशान, मुफ्ती शहजाद, एम. सैफी, यूनुस और मोहम्मद सलमान। मरकज को आज सुबह लगभग 3:30 बजे खाली किया गया। इस जगह को खाली करने में 5 दिन लगे। मोहम्मद अशरफ का भी नाम निजामुद्दीन मरकज मामले की FIR में शामिल है।
कोरोना वायरस: एक्शन में सीएम योगी, गाजियाबाद में आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण कर अफसरों को दिए निर्देश