ISRO की नजर से नहीं बच पाएगा दुश्मन, लॉन्च होने जा रहा सबसे बेहतरीन सैटेलाइट
नई दिल्ली, 01 अगस्त: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) जल्द ही ऐसी सैटेलाइट लॉन्च करेगा, जिसकी नजरों से ना तो कई दुश्मन छिप सकेगा, बल्कि आपदा के बाद होने वाले खतरे का लेकर भी बड़ी मदद मिलेगी। इसरो की ओर से लॉन्च होने वाली यह सैटेलाइट भारत की सीमा की सुरक्षा के लिए बेहद बड़ा कदम है। यह एक अर्थ ऑब्जरवेशन सैटेलाइट है, जो सिर्फ भारत की धरती और उसकी सीमाओं पर अंतरिक्ष से पैनी निगरानी रखेगा।
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जियो इमेजिंग सैटेलाइट का नाम EOS-3
जानकारी के मुताबिक इसरो इस साल की तीसरी तिमाही में इस सैटेलाइट को लॉन्च करने की तैयारी में है। इस जियो इमेजिंग सैटेलाइट का नाम EOS-3 है। हाल ही में विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्रालय के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया था कि जियो-इमेजिंग उपग्रह EOS-3, 2021 की तीसरी तिमाही में लॉन्च होने वाला है। वहीं उन्होंने यह भी बताया कि उपग्रह बाढ़ और चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदाओं की वास्तविक समय (रियल टाइम) में निगरानी में मदद करेगा।
12 अगस्त को लॉन्चिंग संभव
इसके अलावा बताया गया कि देशभर से यह सैटेलाइट दिनभर में 4 से 5 बार फोटो लेने में सक्षम है। वहीं EOS-3 जल निकायों, फसलों, वनस्पति की स्थिति, वन आवरण परिवर्तन आदि की निगरानी में भी सक्षम होगा। सूत्रों की मानें तो इस सैटेलाइट की लॉन्चिंग 12 अगस्त या इस तारीख के आसपास की जा सकती है। EOS-3 की लॉन्चिंग आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से की जाएगी। लॉन्चिंग के लिए GSLV-MK2 रॉकेट का इस्तेमाल किया जाएगा।
दमदार कैमरे सैटेलाइट की सबसे खास बात
बता दें कि सैटेलाइट को जियोस्टेशनरी ऑर्बिट में स्थापित किया जाएगा, जहां पर यह 36 हजार किमी ऊंचाई पर धरती का चक्कर लगाना शुरू करेगा। हालांकि अगर 12 अगस्त को मौसम या फिर तकनीक संबंधित कुछ परेशानी आती है तो इस लॉन्चिंग को टाला भी जा सकता है। वहीं लॉन्चिंग के 19 मिनट के अंदर सैटेलाइट अपने निर्धारित ऑर्बिट में तैनात कर दिया जाएगा। इस सैटेलाइट की सबसे खास बात इसके तीन कैमरे हैं, जो आसानी से धरती से साफ तस्वीरें कैद करने में सक्षम हैं।
अब हर मौसम में होगी रियल टाइम निगरानी
सैटेलाइट के पहले विजिबल एंड नीयर-इंफ्रारेड कैमरे का रेजोल्यूशन 42 मीटर, दूसरे की 318 मीटर और तीसरे का 191 मीटर है, जो दिन के साथ-साथ रात में भी साफ तस्वीरें कैद कर लेगा, यहीं नहीं यह किसी भी मौसम में साफ तस्वीर ले सकता हैं, जिसके बाद भारत की बॉर्डर पर किसी भी तरह की हरकत हुई तो EOS-3 सैटेलाइट के तीन दमदार कैमरों की नजर से बचना नामुमकिन होगा। वहीं आपदा प्रबंधन, अचानक हुई कोई घटना पर भी रियल टाइम निगरानी की जा सकेगी।
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Geo-imaging satellite will help in near-real time monitoring of natural disasters like floods & cyclones.
“EOS-03” would also enable monitoring of water bodies, crops, vegetation condition, forest cover changes etc. (2/2)
— DPO Science and Technology (@PIBDST) July 29, 2021