इसरो ने की अमेजोनिया समेत 18 सैटेलाइट्स की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज सुबह आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से इसरो ने सतीश धवन अंतरिक्ष स्टेशन से PSLV-C51 रॉकेट को किया लॉन्च किया।
नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज सुबह आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से इसरो ने सतीश धवन अंतरिक्ष स्टेशन से PSLV-C51 रॉकेट को किया लॉन्च किया।
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यह रॉकेट ब्राजील के अमेजोनिया-1 सैटेलाइट समेत 18 अन्य सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में लेकर गया है। यह पीएसएलवी का 53वां मिशन है। ब्राजील का यह पहला सैटेलाइट है जिसे भारत द्वारा लॉन्च किया जा रहा है। सुबह 10 बजकर 24 मिनट पर इस रॉकेट को लॉन्च किया गया।
इस रॉकेट से भेजे गए अमेजोनिया-1 को उसकी कक्षा में सफलापूर्वक प्रक्षेपित कर दिया गया है। गौरतलब है कि PSLV-C51/अमेजोनिया-1 इसरो की वाणिज्य इकाई न्यूस्पेस इंडिया (NSIL) का पहला समर्पित वाणिज्यिक मिशन है। मिशन की सफलता पूर्वक लॉन्चिंग पर इसरो के वैज्ञानिकों ने खुशी जाहिर की। इसरो ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस सैटेलाइट की लॉन्चिंग का वीडियो भी जारी किया।
मिशन की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग के बाद इसरो के प्रमुख के सिवन ने कहा, 'भारत और ब्राजील द्वारा तैयार किये गए इस पहले सैटेलाइट को सफलतापूर्वक लॉन्च करने पर हम बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं। उपग्रह बहुत अच्छी हालत में है। मैं ब्राजील की टीम को बधाई देता हूं।
अमेजोनिया-1 मिशन के बारे में बताया गया है कि यह सैटेलाइट अमेजन क्षेत्र में वनों की कटाई की निगरानी और ब्राजील के क्षेत्र में विविध कृषि के विश्लेषण के लिए उपयोगकर्ताओं को आंकड़े उपलब्ध कराएगा और मौजूदा ढांचे को मजबूत करेगा।
अमेजोनिया-1 के सह-यात्री उपग्रहों में चेन्नई स्थित स्पेस किड्ज इंडिया (SKI) और सतीश धवन सैट (SD SAT) शामिल हैं। इस अंतरिक्ष यान के शीर्ष पैनल पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की एक तस्वीर उकेरी गई है।
इस मौके पर एसकेआई ने कहा कि यह उनकी (पीएम की) आत्मनिर्भर पहल और अंतरिक्ष निजीकरण के लिए एकजुटता और कृतज्ञता को दर्शाता है। इस मिशन के माध्यम से जो एसकेआई सैटेलाइट भेजा गया है, वह अपने साथ एसडी कार्ड में भगवद गीता भी लेकर गया है।