इसरो ने EMISAT के साथ 28 सैटेलाइट को किया लॉन्च
नई दिल्ली। भारतीय स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन इसरो आज अपना पहला स्पेस मिसाइल लॉन्च किया जोकि तीन ऑर्बिट में सैटेलाइट को स्थापित करेगा। यह सैटेलाइट सतीश धव स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया। सैटेलाइट को इसरो पीएसएलवी सी 45 से लॉन्च किया गया। यह सैटेलाइट अपनने साथ इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस सैटेलाइट इमिसैट ले जाएगा, साथ ही 28 अन्य सैटेलाइट को भी साथ लेकर जाएगा। जिसमे स्पेन, लूथियाना, स्विट्जरलैंड, यूएस की भी सैटेलाइट शामिल हैं। पीएसएलवी-सी45 ने सफलतापूर्वक एमिसेट को स्थापित कर दिया है। इसरो ने सभी 28 सैटेलाइट को रॉकेट से अलग करते हुए उन्हें उनकी ऑर्बिट में छोड़ दिया है।
बता दें कि यह इसरो का पीएसएलवी कार्यक्रम का यह 47वां मिशन है। एमिसैट का इस्तेमाल मुख्य रूप से इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम को मापने के लिए किया जाएगा। इसकी मदद से दुश्मन देश के रडार सिस्टम पर पैनी नजर रखी जा सकती है। साथ ही इसकी स्थिति का भी पता लगाया जा सकता है। जिन सैटेलाइट्स को भेजा गया है उसमे एमिसैट 436 किलोग्राम का है जबकि अन्य 28 उपग्रम 220 किलोग्राम के हैं। यह अभियान कुल 180 मिनट का है, पहले 17 मिनट पूरे होने पर पीएसएलवी 749 किलोमीटर की उंचाई तय करेगा और यह एमिसेट को स्थापित करेगा।
चौथे चरण में रॉकेट को 485 किलोमीटर की उंचाई तक पहुंचाया जाएगा, यहां यह चंद्रयान-2 अभियान के कुछ अहम मकसद को पूरा करेगा। बता दें कि पीएसएलवी सी -45 की यह 47वीं उड़ान है, इसे काफी भरोसेमंद लॉन्च व्हीकल माना जाता है। इससे पहले इसरो ने 104 सैटेलाइट्स को लॉन्च करने के लिए पीएसएलवी के पॉवरफुल एक्सएल वर्जन का इस्तेमाल किया था और उसमे सफलता पाई थी। यह अभियान एक विश्व रिकॉर्ड था, जिसमे महज 30 मिनट के भीतर 7 देशों के 104 सैटेलाइट्स को एक साथ लॉन्च किया गया था। इससे पहले रूस ने एक साथ 37 सैटेलाइट्स 2014 में लॉन्च किए थे।
Sriharikota: ISRO's #PSLVC45 lifts off from Satish Dhawan Space Centre, carrying EMISAT & 28 customer satellites on board. #AndhraPradesh pic.twitter.com/AHlxb5YXnE
— ANI (@ANI) April 1, 2019
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