अंतरिक्ष में इसरो का बड़ा मिशन, खुद का space station बनाएगा भारत
नई दिल्ली। अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत एक नई बड़ी छलांग लगाने की तैयारी कर रहा है। भारत खुद का अंतरिक्ष स्टेशन लॉन्च करने की योजना बना रहा है। गुरुवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख के सिवन ने इस मामले की जानकारी देते हुए कहा कि, यह परियोजना गगनयान मिशन का विस्तार होगी, जिसका उद्देश्य 2022 में एक भारतीय दल को अंतरिक्ष में भेजना है। बता दें कि इससे पहले इसरो प्रमुख ने बताया था कि भारत का दिसंबर 2021 तक अंतरिक्ष में मनुष्य को भेजने का लक्ष्य है।
भारत अपना स्पेस सेंटर लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है
इसरो प्रमुख ने बताया कि, हमें मानव अंतिरक्ष मिशन को लॉन्च करने के बाद गगनयान प्रोग्राम का विस्तार करना होगा। इसीलिए, भारत अपना स्पेस सेंटर लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। इसरो प्रमुख ने कहा कि हम इस प्रोजेक्ट की मदद से ऐसा कर पाने में सफल होंगे। इसरो यदि निर्धारित समय के अंदर ऐसा कर लेता है, तो भारत विश्व का चौथा देश होगा जिसका खुद का अंतरिक्ष स्टेशन होगा। इससे पहले सिवन ने बुधवार को कहा था कि, चंद्रयान -2 का भारत का दूसरा मिशन, 15 जुलाई को लॉन्च किया जाएगा।
इसरो और एयर फोर्स में हुआ समझौता
डॉ. के सिवन ने कहा कि, इस मिशन के लिए इंडियन एयरफोर्स ने इसरो के साथ समझौता किया है। इसरो के ह्यूमन स्पेस फ्लाइट सेंटर में क्रू मेंबर्स को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसरो का स्पेस फ्लाइट सेंटर बेंगलुरु में स्थित है। इंडियन एयरफोर्स गगनयान मिशन के लिए 10 क्रू मेंबर्स की स्क्रीनिंग करेगी। उन्होंने बताया कि, स्क्रीनिंग और सेलेक्शन की पूरी प्रकिया अगले दो महीनों में पूरी कर ली जाएगी। इस पूरी प्रोसेस में तीन सदस्यों को सिलेक्ट किया जाएगा। जिन्हें ट्रेनिंग के बाद मिशन पर भेजा जाएगा।
गगनयान राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की निगरानी में होगा
वहीं केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में बताया है कि गगनयान राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की निगरानी में भारत के आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर इसरो अपने पहले मानव मिशन को अंतरिक्ष में भेजने का संकल्प लिया है। बता दें कि चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण 15 जुलाई को रात 2:51 बजे श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष केंद्र से होगा। इसे जीएसएलवी मार्क-3 रॉकेट अंतरिक्ष में ले जाएगा। इस अंतरिक्ष यान का द्रव्यमान 3.8 टन है। इसमें तीन मॉड्यूल आर्बिटर, लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) हैं।
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