कोरोना वायरस: मुंबई के इस्कॉन मंदिर में हाथ साफ करने के लिए हो रहा गोमूत्र का इस्तेमाल
मुंबई। पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना वायरस (Covid-19) का सामना कर रही है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन और विभिन्न देशों की सरकार लोगों को जागरुक कर रही हैं, कि खुद को संक्रमित होने से कैसे बचाया जाए। जिसमें लोगों से कहा जा रहा है कि जितना हो सके, अपने हाथों को उतना साफ करें। लोगों को हाथ साफ करने के लिए ऐसे सैनटाइजर का इस्तेमाल करने को कहा गया है जो 60 फीसदी से अधिक एल्कोहल युक्त हो। इस दौरान भारत में गोमूत्र को लेकर काफी चर्चा हो रही है।
अब खबर आई है कि मुंबई के इस्कॉन मंदिर में कथित तौर पर गोमूत्र का इस्तेमाल हो रहा है। ये गोमूत्र कोरोना वायरस के खतरे से बचाने के लिए हैंड सैनटाइजर के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। इसे लेकर ट्विटर पर भी बहुत से लोगों ने जानकारी दी है। एक मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इस मामले में मंदिर प्रशासन का कहना है कि 15 मार्च को गोमूत्र का इस्तेमाल किया गया था क्योंकि एल्कोहल वाले सैनटाइजर की कमी हो गई थी।
इन लोगों का मानना है कि गोमूत्र संक्रमण रोधी और एंटी बैक्टीरियल होता है। हालांकि मंदिर प्रशासन ने ये भी कहा कि वह इसका इस्तेमाल नियमित रूप से नहीं करते हैं। लेकिन श्रद्धालुओं की अनुमति के बिना इसके इस्तेमाल किए जाने की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है। बता दें कोरोना वायरस से बचाव के लिए हाथ साफ करने के अलावा ये भी कहा जा रहा है कि भीड़ से दूरी बनाए रखें, चेहरे को ना छुएं, छींकते और खांसते वक्त मुंह को ढंककर रखें।
इस वायरस ने दुनियाभर में अब तक 6500 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। वहीं संक्रमित लोगों की संख्या एक लाख 64 हजार का आंकड़ा पार कर चुकी है। भारत में भी इससे दो मौत हो गई हैं, जबकि अब तक संक्रमित लोगों की संख्या 114 हो गई है। भारत में इस वायरस से संक्रमित 17 मरीज ठीक भी हुए हैं।
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