गुजरात एंटी-टेरर स्क्वायड: ISIS संदिग्ध मुंबई में यहूदियों को निशाना बनाना चाहते थे
नई दिल्ली। गुजरात एंटी-टेरर स्क्वायड ने कोर्ट में अपनी 1,500 पेज की एक चार्जशीट पेश की है, जिसमें कहा गया है कि पिछले साल इस्लामिक स्टेट (आईएस) के जिन दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया था, वे मुंबई में भी निशाना बनाने के फिराक में थे। पिछले साल अहमदाबाद के खादिया में यहूदी मंदिर को निशाना के आरोप में मोहम्मद कासीम स्टिंबरवाला और उबद अहमद मिर्जा को गिरफ्तार किया गया था। चार्जशीट दावा ने किया है कि मुंबई के यहूदी मंदिर को भी निशाना बनाने की योजना बना रहे थे।
इस 1,500 पेज वाली चार्जशीट में कहा गया है कि यह दोनों मुंबई में यहूदी समुदाय पर अटैक करना चाहते थे। स्टिंबरवाला अंकलेश्वर में एक लैब टेक्नीशियन के रूप में काम करता था, वहीं मिर्जा सूरत हाई कोर्ट में एक वकील के रूप में काम करे रहा था।
चार्जशीट ने दावा किया है कि ये दोनों शख्स खतरनाक इस्लामिक कट्टर है, जो अपने जिहादी विचारधार के तहत यहूदियों पर अटैक करना चाहते थे। चार्जशीट में जमैका में स्थित एक कट्टरपंथी उपदेशक अब्दुल्ला एल-फैजल, आईएस हैंडलर शफी अरमार को आरोपपत्र में "फरार" के रूप में दिखाया गया है। कोर्ट में पेश की गई चार्जशीट के अनुसार, स्टिंबरवाला और मिर्जा दोनों ही फैजल और अरमार के संपर्क में थे, जिन्हें भारत में यहूदियों पर अटैक करने के लिए गया था। यहां तक कि वे आतंकवादी गतिविधियों में भाग लेने के लिए भारत के बाहर से कट्टरपंथी पुरुषों को भेजने की भी योजना बना रहे थे।
दोनों को ही भारतीय दंड संहिता के तहत भारत खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र और राजद्रोह के साथ-साथ उन पर गैरकानूनी क्रियाकलाप रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत भी आरोप लगाए गए हैं। चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि जिहादी विचारधारा फैलाने के आरोप में फैजल को सीरिया में हिरासत में लिया गया है।