हिंदू नेता की हत्या कर देश में सांप्रदायिक दंगे भड़काने की साजिश का भंडाफोड़
नई दिल्ली। पंजाब में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसई समर्थित टेरर मॉड्यूल का बड़ा खुलासा हुआ है। यहां बब्बर खालसा इंटरनेशनल आईएसआई की मदद से आतंकी मॉड्यूल का संचालन कर रहा था, जिसका खुलासा करने में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने बताया कि दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जोकि बब्बर खालसा इंटरनेशनल के स्लीपर सेल को हथियार और फंड मुहैया कराते थे। यह टेरर मॉड्यूल पंजाब में चल रहा था। जिन दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उनके नाम जगदेव सिंह और रवींद्रपाल सिंह है। इन लोगों के खिलाफ आर्म्स एक्ट, सहित अन्य मामलों में केस दर्ज किया गया है।
पुलिस के अनुसार जगदेव सिंह ऑटो एजेंसी में काम करता था। वह फतेहगढ़ साहिब का रहने वाला है, उसने हथियार और फंड पहुचाने में अहम भूमिका निभाई थी। वह अपने हैंडलर के जरिए स्लीपर सेल आतंकियों को हथियार और पैसे पहुंचाता था। जबकि रवींद्रपाल सिंह मोगा का रहने वाला है। खुफिया विभाग ने पुलिस को बताया कि दोनों ही कुलविंदरजीत सिंह के इशारे पर काम कर रहे थे। इन लोगों की योजना थी किसी हिंदू नेता को निशाना बनाने की, जिससे कि पंजाब में सांप्रदायिक तनाव बढ़े। बता दें कि कुलविंदरजीत कई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड है, लेकिन पिछले कुछ समय से वह मलेशिया में शिफ्ट हो गया।
एनआईए ने बताया कि पिछले दो साल की बात करें भारतीय एजेंसियों ने खालिस्तान मॉड्यूल के खिलाफ काफी सख्त कदम उठाए हैं और इसके कई दस्तों का खुलासा किया है। पुलिस ने पिछले कुछ समय में 95 लोगों को गिरफ्तार किया है। विदेश में बसे कई लोग चुनाव के दौरान खालिस्तान के आतंकी मॉड्यूल की मदद कर रहे थे । उनका लक्ष्य था कि वह चुनाव के दौरान अस्थिरता फैला सके। एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि खालिस्तान को इटली, कनाडा, यूके, यूएस से मदद मिलती है। लेकिन मुख्य रूप से इन्हें पाकिस्तान से मदद मिलती है।
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