किस कारण पत्रकारों से दूरी बना रही हैं सुषमा स्वराज?
नई दिल्ली( विवेक शुक्ला)। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी लगता है कि अपने विदेशी दौरों में पत्रकार बिरादरी को दूर रखने लगी हैं। वे उन्हें अपने साथ लेकर जाने से परहेज करती हैं। हां, आकाशवाणी,दूरदर्शन या एक प्रमुख समाचार एजेंसी के ही पत्रकार उनके साथ जाते है विदेशी दौरों में।
दक्षिण कोऱिया यात्रा पर
सुषमा स्वराज आजकल दक्षिण कोरिया की यात्रा पर है, पर इस बार भी उनके साथ दो-तीन पत्रकार ही गए हैं। हालांकि इस बार राजधानी के वरिष्ठ पत्रकारों को लग रहा था कि वे अपने अहम विदेशी दौरें में कई नामवर पत्रकारों को ले जाएंगी।
अहम यात्रा
विदेश मंत्री सुष्मा अपनी इस यात्रा में दक्षिण कोरिया के रक्षा, व्यापार, उद्योग एवं उर्जा मंत्रियों से भी मुलाकात करेंगी वे दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति पार्क जेउन-हई से भी भेंट करेंगी। सुषमा स्वराज ने बीते दिनों राजधानी के वरिष्ठ पत्रकारों को स्वादिष्ट लंच करवाया था। उसके बाद लगा कि वे अपनी आगामी यात्राओं में पत्रकारों को लेकर जाने लगेंगी। पर, यह हो ना सका।
केन्द्र की मोदी सरकार में विदेशमंत्री बनने के बाद सुषमा स्वराज नेपाल,अफगानिस्तान और कुछ अन्य देशों में गईं, पर उनके साथ पत्रकारों की टोली नदारद ही रही। जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नक्शे-कदमों पर चलते हुए वह भी अपने साथ कुछेक पत्रकार ही लेकर जाती हैं।
सुषमा स्वराज की चालू दक्षिण कोरिया यात्रा के चलते दोनों देशों के बीच परमाणु उर्जा, व्यापार एवं निवेश तथा रक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढाने पर विचार विमर्श हो रहा है। सुष्मा सोल में संयुक्त आयोग की आठवीं बैठक की सह अध्यक्षता दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री यून बयुंग-से के साथ करेंगी।
मेक इन इंडिया
सूत्रों ने बताया कि भारतीय विदेश मंत्री देश के तीव्र आर्थिक वृद्धि को प्राथमिकता दिए जाने के सरकारी प्रयासों के तहत कोरियाई कंपनियों को ‘मेक इन इंडिया' पहल में बडे पैमाने पर भागीदारी करने के लिए आमंत्रित कर सकती है ।
सूत्रों का कहना है कि भारत की चाहत है कि कोरियाई कंपनियां जहाज विनिर्माण कंपनियां रक्षा क्षेत्र सहित भारत की जहाज विनिर्माण गतिविधियों में शामिल हों जिसमें 49 प्रतिशत तक विदेशी भागीदारी की छूट है।