क्या शिवराज सिंह चौहान की परफॉरमेंस से खुश नहीं पीएम मोदी?
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव होने के मद्देनजर सियासत गरमाई हुई है। चाहे सत्ताधारी बीजेपी हो या फिर विपक्ष में बैठी कांग्रेस दोनों ही पार्टियां तैयारी में जुटी हुई हैं। इस सबके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बोहरा समाज के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मध्य प्रदेश के शहर इंदौर पहुंचे। इस दौरान उनकी एक तस्वीर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ सामने आई। इस तस्वीर में सीएम शिवराज सिंह का अंदाज और पीएम मोदी के चेहरे का भाव देखकर एक सवाल उठा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से खुश नहीं हैं?
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शिवराज की अगवानी के दौरान गंभीर नजर आए पीएम मोदी
दरअसल पीएम मोदी जब शुक्रवार को इंदौर आए तो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनका स्वागत करने के पहुंचे। इस दौरान जो तस्वीर सामने आई उसमें साफ नजर आ रहा है कि शिवराज सिंह चौहान ने पीएम मोदी को गुलाब का फूल देकर हंसते हुए उनकी अगवानी की। दूसरी ओर प्रधानमंत्री मोदी इस दौरान बेहद गंभीर मुद्रा में थे। उनके चेहरे के जो भाव नजर आए उसने सियासी गलियारे में कई चर्चाओं को जन्म दे दिया। इस सबके बीच प्रधानमंत्री मोदी की एक दूसरी तस्वीर भी सामने आई।
दाऊदी बोहरा समुदाय के कार्यक्रम में इस अंदाज में नजर आए पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूसरी तस्वीर उस समय की है जब उनकी मुलाकात इंदौर में दाऊदी बोहरा समुदाय के धर्मगुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन से हुई। इस दौरान पीएम मोदी के चेहरे पर मुस्कान साफ नजर आ रही थी। इस मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में बोहरा समाज की देशभक्ति की तारीफ करते हुए कहा कि इस समाज से उनका भी अटूट रिश्ता रहा है।
मध्य प्रदेश चुनाव में कैसा रहेगा शिवराज का प्रदर्शन?
कुल मिलाकर इंदौर में पीएम मोदी की दोनों तस्वीरों ने सियासी गलियारे में एक चर्चा जरूर छेड़ दी है कि क्या बीजेपी आलाकमान शिवराज से खफा है? ये कोई पहली बार नहीं है जब इस तरह की खबरें सामने आई हों। इससे पहले भी जब मध्य प्रदेश बीजेपी का अध्यक्ष चुना जाना था तो मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उस समय शिवराज सिंह चौहान की राय नहीं ली गई थी। उस समय शिवराज सिंह चौहान के करीबी नंदकुमार सिंह चौहान को हटाकर राकेश सिंह को मध्य प्रदेश का अध्यक्ष बनाया गया था। शिवराज को लेकर ये भी माना जाता है कि वो लालकृष्ण आडवाणी खेमे के हैं। जिस समय 2014 लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी में प्रधानमंत्री उम्मीदवार को लेकर चर्चा का दौर तेज था उस समय शिवराज सिंह चौहान का भी नाम उछला था। इन सबसे अलग इस बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को विपक्ष से मिल रही कड़ी टक्कर भी उनके खिलाफ जा रही है।