आंध्र प्रदेश में TDP की बड़ी हार के पीछे है कुदरत का इंसाफ? जानिए क्यों
नई दिल्ली- वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश ( Andhra Pradesh) के होने वाले अगले मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने प्रदेश में अपनी पार्टी की बड़ी जीत को कुदरत के करिश्मे से जोड़ दिया है। दिलचस्प बात ये है कि जगन मोहन रेड्डी (Jagan Mohan reddy) को अपनी ऐतिहासिक जीत के बावजूद केंद्र में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिलने पर थोड़ी मायूसी महसूस हो रही है।
जनता के जरिए कुदरत का इंसाफ!
जगन मोहन रेड्डी (Jagan Mohan reddy) का दावा है कि आंध्र प्रदेश ( Andhra Pradesh) में टीडीपी (TDP) को इसबार विधानसभा और लोकसभा में जितनी सीटें मिली हैं, वह दरअसल कुदरत का न्याय है। टीवी टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने चंद्रबाबू नायडू (Chandra Babu Naidu) पर आरोप लगाया है कि उन्होंने पैसे और पावर के दम पर बीते पांच वर्षों में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के 23 विधायक और 3 सांसदों को तोड़कर अपनी पार्टी में मिलाया था और इसलिए इसबार कुदरत ने भी उन्हें उतनी ही सीटें देकर न्याय किया है।
लोकसभा और विधानसभा के नतीजे क्या रहे?
ये हकीकत है कि आंध्र प्रदेश ( Andhra Pradesh) की 25 लोकसभा सीटों में से इसबार 22 सीटें वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) को और सिर्फ 3 सीटें टीडीपी (TDP) को मिली हैं। इसी तरह, विधानसभा की कुल 175 सीटों में से जगन मोहन रेड्डी (Jagan Mohan reddy) की पार्टी को 151 और चंद्रबाबू नायडू (Chandra Babu Naidu) की पार्टी को सिर्फ 23 सीटें ही मिली हैं। इसी आधार पर उनका दावा है कि नायडू ने जो किया, उसका बदला कुदरत ने उनसे ले लिया है। हालांकि, उन्होंने ये जरूर कहा है कि उनके मन में चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ बदले की कोई भावना नहीं है।
शानदार जीत पर भी इसलिए मायूस हैं जगन मोहन
जगन मोहन चाहते थे कि लोकसभा में सबसे बड़ी पार्टी के पास 250 से ज्यादा सीटें न आएं, ताकि उसे समर्थन देने के बदले वे आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा दिलाने की मांग पूरी करवा सकें। हालांकि, उन्होंने कहा है कि वे अभी भी इसके लिए प्रयास जारी रखेंगे। माना जा रहा है कि इसी नीयत से उन्होंने शपथ लेने से पहले ही प्रधानमंत्री मोदी से शिष्टाचार के नाते मिलकर अपनी बात पहुंचाने की कोशिश कर दी है।
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