काशी-महाकाल एक्सप्रेस में बर्थ पर शिव मंदिर को लेकर मचा विवाद तो IRCTC ने दी सफाई, जानिए क्या कहा
नई दिल्ली। काशी-महाकाल एक्सप्रेस में भगवान शिव के लिए बर्थ रिजर्व करने को लेकर घमासान मचा हुआ है। अब इसपर आईआरसीटीसी (IRCTC) ने सफाई जारी की है। आईआरसीटीसी का कहना है कि मंदिर की स्थापना अस्थायी रूप से की गई है। ट्रेन में मंदिर सिर्फ उद्घाटन के दिन रहेगा। इसके बाद मंदिर को वहां से हटा लिया गया है। आपको बता दें कि काशी-महाकाल एक्सप्रेस के बोगी नंबर B-5 में सीट नंबर 64 को भगवान भोलेनाथ के लिए रिजर्व कर दिया गया है।
क्या कहा है IRCTC ने
आईआरसीटीसी ने कहा कि ट्रेन का संचालन 20 फरवरी 2020 से किया जाएगा। इससे पहले ट्रेन के कर्मचारियों ने अस्थायी रूप से महाकाल की तस्वीरों को बर्थ पर रख दिया ताकि नई परियोजना (नई ट्रेन और नई रेक) की सफलता के लिए पूजा कर सकें। यह केवल उद्घाटन रन के लिए है। उद्घाटन रन के दौरान कोई भी यात्री ट्रेन में सवार नहीं होगा। आपको बता दें कि इसे लेकर AIMIM चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा था। ओवैसी ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को एक ट्वीट भी किया था।
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ओवैसी ने किया था ये ट्वीट
ओवैसी ने ट्विटर पर पीएम मोदी को सविंधान की याद दिलाते हुए प्रस्तावना का हिस्सा 'अवसर की समानता' को पोस्ट किया था। उन्होंने ने राष्ट्र की एकता और अखंडता वाली पंक्ति पोस्ट की थी। ओवैसी ने ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री से सभी धर्मों के लोगों के साथ एक समान व्यवहार करने को कहा। आपको बता दें कि इससे पहले ओवैसी ने नागरिकता संशोधन एक्ट, नेशनल रजिस्टर फॉर सिटीजन को लेकर भी सरकार पर सवाल उठाए थे।
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थर्ड AC के कोच नंबर B-5 का सीट नंबर 64 भोले बाबा के नाम
आपको बता दें कि काशी-महाकाल एक्सप्रेस दो राज्यों के तीन ज्योतिर्लिंगों की यात्रा करेगा। यह ट्रेन इंदौर के निकट ओंकारेश्वर, उज्जैन में महाकालेश्वर और वाराणसी में काशी विश्वनाथ को जोड़ेगी। ट्रेन में भगवान शिव के लिए सीट आरक्षित करने ने नए विचार के बाद रेलवे प्रशासन इस पर विचार कर रहा है कि ट्रेन में स्थायी तौर पर भगवान शिव के लिए एक सीट आरक्षित की जाए। उत्तर रेलवे के अनुसार काशी महाकाल एक्सप्रेस के कोच संख्या बी 5 की सीट संख्या 64 भगवान के लिए खाली की गई है। सीट पर मंदिर भी बनाया गया है जिससे लोगों को इस बात की जानकारी रहे कि यह सीट भगवान महाकाल के लिए रिजर्व है।' सप्ताह में तीन बार चलने वाली इस ट्रेन में भक्ति भाव वाली हल्की ध्वनी से संगीत बजेगा और प्रत्येक कोच में दो निजी गार्ड होंगे और यात्रियों को शाकाहारी खाना परोसा जाएगा। इसके अलावा इसमें यात्रियों का स्वागत करने के लिए भगवा-पीले वस्त्र धारण किए पुरुष ट्रेन होस्ट मौजूद रहे।
जानिए काशी-महाकाल एक्सप्रेस का शेड्यूल
ट्रेन 82401 मंगलवार और गुरुवार को दोपहर 2:45 बजे वाराणसी से चलकर शाम 7:05 बजे लखनऊ पहुंचेगी। यहां से कानपुर, बीना, भोपाल और उज्जैन से होते हुए अगले दिन सुबह 9:40 बजे इंदौर पहुंचेगी। ट्रेन 82402 इंदौर से बुधवार और शुक्रवार सुबह 10:55 बजे चलकर रात 11:40 बजे कानपुर, 1:20 बजे लखनऊ होते हुए सुबह 6 बजे वाराणसी पहुंचेगी।
पीएम मोदी ने वाराणसी में 1 हजार करोड़ रुपये की 36 परियोजनाओं का लोकार्पण किया
पीएम नरेंद्र मोदी लंबे समय बाद 16 फरवरी को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने एक हजार करोड़ रुपये की 36 परियोजनाओं का लोकार्पण किया। उन्होंने14 परियोजनाओं की नींव भी रखी। इस दौरान ही पीएम मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए महाकाल एक्सप्रेस को हरी झंडी भी दिखाया। साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी बनारस के बहुप्रतीक्षित चौकाघाट-लहरतारा ओवरब्रिज का उद्घाटन भी किया। आपको बता दें कि इस ब्रिज के निर्माण के दौरान बड़ा हादसा हुआ था, जिसमें 18 लोगों की जान चली गई थी। इसके साथ ही नरेंद्र मोदी ने बीएचयू में तैयार 430 बेड के सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल का उद्घाटन किया। यह नवनिर्मित सात मंजिला अस्पताल पूरी तरह वातानुकूलित है। इसमें 13 अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर हैं और ओपीडी की व्यवस्था है। इसके साथ ही पीएम मोदी वैदिक विज्ञान केंद्र का भी उद्घाटन किया है।
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