अमेरिका के साथ तनाव कम करने के लिए भारत की मध्यस्थता का स्वागत: ईरानी राजदूत
नई दिल्ली। अमेरिका और ईरान के बीच तनाव जारी है। इस दौरान भारत में ईरानी राजदूत अली चेगेनी ने कहा है कि ईरान अमेरिका के साथ तनाव को कम करने के लिए भारत की किसी भी शांति पहल का स्वागत करेगा। उन्होंने कहा कि हम युद्ध नहीं चाहते, बल्कि हम इस क्षेत्र में हर किसी के लिए शांति और समृद्धि की तलाश कर रहे हैं।
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दो ठिकानों पर एक दर्जन से अधिक मिसाइल हमले
बता दें ईरान ने इराक में अमेरिकी सेना के कम से कम दो ठिकानों पर एक दर्जन से अधिक मिसाइल हमले किए हैं। मामले पर ईरान की सरकारी मीडिया का कहना है कि ये हमले जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए किए गए हैं। जिन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर बगदाद में एक ड्रोन हमले में मारा गया था।
20 अमेरिकी सैनिकों की मौत का दावा
ईरान की मीडिया ने दावा किया है कि मरने वाले 80 लोगों में 20 अमेरिकी सैनिक शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के रिवॉल्युशनरी गार्ड्स ने अमेरिकी एयरबेस पर हमले को 'शहीद सुलेमानी' ऑपरेशन का नाम दिया और ताबड़तोड़ कई मिसाइलें दागीं। इस घटना के बाद ईरान के परमाणु संयंत्र पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है क्योंकि उस पर अमेरिकी हमले की आशंका है।
'राष्ट्रीय सुरक्षा टीम से बातचीत'
पेंटागन ने हमलों की जानकारी देते हुए बताया कि इराक के इरबिल और अल-असद शहर में दो ठिकानों पर हमले हुए हैं जहां उनके सैनिक रह रहे थे। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता स्टेफनी ग्रिशम ने बयान में कहा कि उन्हें इराक में अमेरिकी सेना के ठिकानों पर हमले के बारे में पता चला है, इस बारे में राष्ट्रपति को जानकारी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि वह स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा टीम से बातचीत की जा रही है।
ट्रंप ने क्या कहा?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान आ गया है। उनका कहना है कि सब ठीक है। ईरान ने इराक में दो सैन्य ठिकानों पर मिसाइलें दागी हैं। होने वाले नुकसान का आकलन किया जा रहा है। लेकिन अब तक सब ठीक है। ट्रंप ने कहा कि हमारे पास दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेना है।
ईरान की मीडिया का दावा: US सैन्य ठिकानों पर हमले में सैनिक सहित 80 लोगों की मौत