ओमान टैंकर हमला: ईरान ने अमेरिका के आरोपों को बताया निराधार, दोनों देशों के बीच तल्खी बढ़ी
तेहरान: ईरान और अमेरिका के बीच ओमान की खाड़ी में दो तेल टैंकरों पर हुए हमले के बाद तनाव बढ़ गया है। अमेरिका ने ईरान पर इन हमलों का आरोप लगाया था। शुक्रवार को ईरान ने अमेरिका के आरोपों को निराधार बताया। । ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने अपने एक ट्वीट में कहा कि अमेरिका ने बिना किसी तथ्यात्मक या परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के ईरान पर आरोप लगाने में जल्दबाजी की। ईरान ने कहा कि उसके लोग टैंकर में फंसे लोगों को बचाने के लिए पहुंचे थे।
जरीफ ने लिखा कि यह दर्शाता है कि बी टीम लोकतंत्र का गला घोंटने के लिए अब प्लान बी की ओर बढ़ रही है। गौरतलब है कि जरीफ अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन, इस्राइल के प्रधानमंत्री, सऊदी अरबिया और संयुक्त अरब अमीरात को बी टीम कहकर संबोधित करते हैं, जो तेहरान के खिलाफ कड़ा रुख अपना रहे हैं। इससे पहले अमेरिकी के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने गुरुवार को कहा था कि यह अमेरिका की सरकार का आंकलन है कि ओमान की खाड़ी में आज हुए हमलों के लिए ईरान जिम्मेदार है।
That the US immediately jumped to make allegations against Iran—w/o a shred of factual or circumstantial evidence—only makes it abundantly clear that the #B_Team is moving to a #PlanB: Sabotage diplomacy—including by @AbeShinzo—and cover up its #EconomicTerrorism against Iran.
— Javad Zarif (@JZarif) June 14, 2019
उन्होंने कहा था कि अमेरिका का ये आकलन खुफिया जानकारी, इस्तेमाल किए गए हथियारों, अभियान को अंजाम देने के लिए आवश्यक विशेषज्ञता के स्तर पर लगाया गया है। उन्होंने आगे कहा कि इलाके में मौजूद किसी अन्य छद्म समूह के पास इस स्तर का हमला करने के लिए संसाधन और दक्षता नहीं है। ईरान को कूटनीति का जवाब आतंकवाद, रक्तपात, बल प्रयोग से नहीं, बल्कि कूटनीति से देना चाहिए।
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