ईरान के उपविदेश मंत्री की भारत यात्रा के बाद तेल आयात पर विकल्प निकलने के आसार
नई दिल्ली। ईरानी उपविदेश मंत्री अब्बास अराघची रविवार को देर रात भारती विदेश मंत्रालय (एमईए) के साथ वार्ता करने के लिए पहुंचे। ईरान के उपविदेश मंत्री के इस दौरे से भारत की तेल लेकर अपना विकल्प ढूंढने की कोशिश करेगा। हाल ही में एक वरिष्ठ ईरानी राजनयिक मसूद रेजवानियन रहीघी ने भारत को तेल खरीद कम करने पर ईरान के प्रतिशोध की चेतावनी दी थी। वहीं, सू्त्रों की मानें तो अमेरिका के दबाव में आकर भारत ईरान से अपने तेल में कटौती नहीं करेगा।
ईरानी उपविदेश मंत्री के भारत दौरे के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने ईरान के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान विशेष रूप से कनेक्टिविटी बढ़ाने और व्यापार व आर्थिक मुद्दों में सहयोग को मजबूत करने और लोगों से लोगों के बीच आदान-प्रदान को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया था, जिसमें संयुक्त पक्षों की संयुक्त व्यापक योजना पर उत्पन्न मुद्दों को हल करने के लिए विभिन्न दलों द्वारा किए जा रहे प्रयासों सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई
इसी माह यूएन में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने नई दिल्ली का दौरा किया था, उस वक्त भारत ने ईरान से तेल आयात में कटौती करने की बात कही थी। हालांकि, ईरान नहीं चाहता कि भारत उनसे तेल आयातों में कमी लाए, उधर अमेरिका ईरान पर प्रतिबंध लगाने के लिए सभी देशों पर दबाव डाल रहा है, जिसमें भारत भी शामिल है। भारत ने संकेत दिया है कि वह अमेरिका से इस मामले में अपनी भू-राजनैतिक परिस्थितियों को देखते हुए रियायत का प्रस्ताव रखेगा। इस संबंध में अमेरिका के साथ जल्द ठोस बातचीत की उम्मीद जताई जा रही है।