आईपीएलः CSKvSRH- धोनी ने लगातार पाँच मैचों में चेन्नई की जीत का खोला 'राज़'
आईपीएल में बुधवार को खेले गए मुक़ाबले में चेन्नई सुपरकिंग्स ने सनराइज़र्स हैदराबाद को हराकर प्वाइंट टेबल में शीर्ष स्थान पर क़ब्ज़ा कर लिया है.
टी-20 'फ़टाफ़ट क्रिकेट' का नाम है, यहां अगर सुस्त खेल दिखाया तो आप गए. यह बात चेन्नई सुपरकिंग्स और सनराइज़र्स हैदराबाद के बीच खेले गए मैच में एक बार फिर सही साबित हुई. 6 मैचों में लगातार 5 जीत के बाद चेन्नई एक बार फिर प्वाइंट टेबल में शीर्ष स्थान पर आ चुकी है और उसने विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को दूसरे पायदान पर धकेल दिया है.
चेन्नई के शीर्ष पर पहुंचने के सफ़र पर भी नज़र डालेंगे लेकिन उससे पहले बुधवार को खेले गए आईपीएल के 23वें मुक़ाबले को देख लेते हैं.
एकतरफ़ा मैच का रोमांच
हैदराबाद के कप्तान डेविड वॉर्नर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया तो लग रहा था कि दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम की पिच का फ़ायदा उनकी टीम को मिलेगा.
लेकिन यहां चेन्नई की टीम की तारीफ़ करनी होगी कि उसने इस मैच में एक बड़ा स्कोर खड़ा होने ही नहीं दिया. पहले ओवर से ही चेन्नई हैदराबाद पर बढ़त बनाए दिखी.
वहीं, तारीफ़ करनी होगी हैदराबाद की भी जिसने इतने दबाव और इतनी शानदार फ़ील्डिंग के आगे घुटने नहीं टेके और मैच को धीरे-धीरे आगे बढ़ाया.
लेकिन टी-20 में धीमा क्रिकेट आपको कहीं न कहीं ले जाकर डुबो देता है.
कप्तान डेविड वॉर्नर (57) और मनीष पांडे (61) ने 106 रनों की अच्छी साझेदारी निभाई लेकिन उनका खेल रक्षात्मक ही दिखा उसमें 15वें ओवर के बाद ही कुछ आक्रामकता नज़र आई.
15 ओवर तक टीम 113 रन ही बना पाई थी. हालांकि, उसका एक ही विकेट गिरा था. वॉर्नर के आउट होने के बाद बल्लेबाज़ी करने आए केन विलियमसन ने अच्छे शॉट खेले और कुल 10 गेंदों में 26 रन बनाए.
हैदराबद की टीम 3 विकेट खोकर 171 रनों का सम्मानजनक स्कोर ही खड़ा कर पाई जबकि ठीक-ठाक बैटिंग लाइन अप होने के बावजूद वह और बड़ा स्कोर खड़ा कर सकती थी.
'मैं ज़िम्मेदार हूं'
हैदराबाद की हार के लिए सिर्फ़ बल्लेबाज़ी को ज़िम्मेदार ठहराया जा सकता है. इसका हवाला कप्तान डेविड वॉर्नर ने भी दिया.
इस मैच के दौरान आईपीएल में सबसे अधिक 50 अर्धशतकों का रिकॉर्ड बनाने वाले वॉर्नर ने पोस्ट मैच सेरेमनी के दौरान कहा कि उनकी टीम की बल्लेबाज़ी इस मैच की हार के लिए ज़िम्मेदार है.
उन्होंने कहा, "मैं इसकी पूरी ज़िम्मेदारी लेता हूं कि मैंने बहुत धीमी बल्लेबाज़ी की. बल्लेबाज़ी के नज़रिए से मैं पूरी तरह ज़िम्मेदार हूं. मनीष ने टीम में वापसी की थी और उन्होंने जो बल्लेबाज़ी की वह अपवाद थी. उन्होंने अच्छी बाउंड्री लगाई और हमें सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया लेकिन हम रनों के मामले में काफ़ी पीछे रह गए."
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वॉर्नर ने आगे बताया कि तक़रीबन 15 ऐसी गेंदे थीं जिस पर वो अच्छे शॉट्स खेल सकते थे लेकिन नहीं खेल पाए और यह उनकी 'निराशा' है.
केन विलियमसन को अगर ऊपरी क्रम पर भेजा जाता तो मैच का रुख़ कुछ और हो सकता था, ऐसे भी अनुमान लगाए जा रहे हैं.
वॉर्नर से यह भी सवाल पूछा गया कि उन्होंने विलियमसन को नीचे क्यों उतारा जबकि वो ऊपर आते रहे हैं? इस पर उन्होंने कहा, "वो पहले चौथे नंबर पर बल्लेबाज़ी करते थे लेकिन हमने उन्हें ऊपर के क्रम पर भेजा. वो हमारे लिए लगातार बल्लेबाज़ी कर रहे हैं."
उन्होंने कहा कि उनकी टीम में सब सकारात्मक हैं और इस पिच पर जीतने के लिए बल्लेबाज़ी में सुधार करने होंगे और उनकी टीम आगे के मैचों के लिए बेहद रोमांचित है.
डु प्लेसिस और गायकवाड़ की जुगलबंदी
चेन्नई ने जिस तरह की गेंदबाज़ी और फ़ील्डिंग का प्रदर्शन किया. वैसी ही उम्मीद हैदराबाद से थी जिसमें उसने कोशिश भी की लेकिन फ़ाफ़ डु प्लेसिस और ऋतुराज गायकवाड़ की सलामी जोड़ी के आगे हैदराबाद की गेंदबाज़ी कहीं भी नहीं टिक सकी.
डु प्लेसिस और गायकवाड़ ने पहले ही ओवर से आक्रामक खेल जारी रखा और दोनों एक-एक कर गेंद को सीमारेखा के बाहर पहुंचाते रहे. इस दौरान फ़ील्डिंग में चेन्नई जैसी फ़ुर्ती भी हैदराबाद में नज़र नहीं आई.
13वें ओवर में जाकर दोनों की जोड़ी टीम के कुल स्कोर 129 रनों पर टूटी. हालांकि तब तक दोनों जीत की बुनियाद डाल चुके थे.
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हालांकि, 15वें ओवर में एक मौक़ा ऐसा भी आया जब राशिद ख़ान ने लगातार दो विकेट निकाल लिए और हैदराबाद को जीत की उम्मीद बंध गई लेकिन तब तक गेंद और रनों का अंतर काफ़ी बढ़ चुका था.
डु प्लेसिस 56 रनों के साथ अब तक 6 मैचों में 270 रन बना चुके हैं और ऑरेंज कैप उनके पास आ गई है.
मैन ऑफ़ द मैच गायकवाड़ ने 44 गेंदों में 75 रनों की शानदार पारी खेली और वो अभी भी आईपीएल की चर्चित हस्ती बने हुए हैं.
हालांकि, 6 मैचों में उनके अभी 192 रन ही हैं लेकिन उम्मीद है कि आईपीएल सीज़न में उनकी और भी कमाल की बल्लेबाज़ी देखने को मिलेगी.
सीएसके की लगातार जीत का 'राज़'
दिल्ली कैपिटल्स के ख़िलाफ़ पहला मैच 7 विकेट से हारने के बाद चेन्नई सुपरकिंग्स लगातार पांच मैचों में जीत दर्ज कर चुकी है.
चेन्नई के प्रशंसकों का कहना है कि टीम और उसके कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपने पुराने रंग में लौट आए हैं. लेकिन शुरुआती 6 मैचों के प्रदर्शन का आंकलन जल्दबाज़ी होगी.
आईपीएल वह फ़ॉर्मेट है जहां पर प्वाइंट टेबल में शुरुआत में ऊपर रहने वाली टीमें सीज़न ख़त्म होते होते सबसे नीचे पहुंच जाती हैं.
पिछले सीज़न में सीएसके का प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा था लेकिन इस सीज़न में शुरुआत में ही उसने कमाल का प्रदर्शन किया है.
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लगातार 5 मैचों की जीत का 'राज़' कप्तान धोनी ने खोल दिया है. उन्होंने पोस्ट मैच सेरेमनी में इसके बारे में बताया.
उन्होंने कहा, "हमने शुरुआत से ही समस्याओं पर ध्यान दिया है. जब भी आप टूर्नामेंट की शुरुआत करते हैं तो देखते हैं कि क्या-क्या समस्याएं आ सकती हैं. अगर कुछ समस्याएं हैं भी तो उसे शुरुआत में देख लिया जाए."
"कुछ वजहों में यह भी एक बड़ी वजह है कि 5-6 महीनों से सब क्रिकेट से बाहर हैं. हम सबमें कई लोग बहुत क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं क्योंकि इसकी अनुमति नहीं है. यह सब चीज़ें बहुत मुश्किल भरी हैं. ऐसी कुछ वजहें हैं जिसके कारण परिणाम मिले हैं. अगर मैं कुल मिलाकर कहूं तो खिलाड़ियों ने इस साल ज़िम्मेदारियों को काफ़ी अच्छे से समझा है."
"विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हर कोई खड़ा हो रहा है और टीम के लिए 10% अतिरिक्त योगदान दे रहा है. 8-10 सालों से हमने अपने अधिकतर खिलाड़ियों को बदला नहीं है और वे हमारे नज़रिए को जानते हैं. ड्रेसिंग रूम का व्यवहार भी काफ़ी मायने रखता है. उसे स्वस्थ रखना ज़रूरी है और जो मैच खेल रहे हैं और नहीं खेल रहे हैं उन्हें क्रेडिट देना भी काफ़ी अहम होता है."
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