IPL 2020: 'ग्रेट फिनिशर' कैसे बने महेंद्र सिंह धोनी? , संजय बांगर ने खोला राज
नई दिल्ली। महेंद्र सिंह धोनी....भारतीय क्रिकेट जगत का वो नाम है, जिसने खेल के तीनों फार्मेंट में इतिहास रचकर कामयाबी की एक नई दास्तां लोगों के सामने पेश की है, नंबर 7 की जर्सी पहने इस विकेटकीपर-बल्लेबाज को दुनिया 'ग्रेट फिनिशर' के रूप में पहचानती है, मैच के अंतिम ओवर की अंतिम बॉल पर छक्का जड़ना हो या फिर दौड़कर दो रन लेने हैं, वो धोनी से अच्छा कोई नहीं कर सकता था और ये बात क्रिकेट का हर दिग्गज आंख बंद करके मानता है।
'मिस्टर कूल' जब भी थाई पैड पहनते थे...
हाल ही में स्टार स्पोर्टस से बात करते हुए इंडिया के पूर्व बल्लेबाज कोच संजय बांगर (Sanjay Bangar) ने धोनी के बारे में एक रोचक किस्सा बताया है, उन्होंने कहा कि मैंने बड़े करीब से धोनी और उनके खेल को देखा और समझा है, अपने विचारों को युवा खिलाड़ियों पर ना थोपने वाले 'मिस्टर कूल' जब भी थाई पैड पहनते थे तो वह सिंगल और दो रन अधिक लेते थे, इसके बाद चौके-छक्के लगाते थे, क्योंकि इसके पीछे एक बड़ा कारण था।
माही अपने थाई पैड पर लिखते थे- 1... 2... टिक..टिक
दरअसल माही अपने थाई पैड पर लिखते थे- 1... 2... टिक..टिक 4...6... जब भी वह बल्लेबाजी के लिए जाते थे तो अपनी थाई पैड अपने लिखे को पढ़ते थे और उसके बाद अपने खेल को अंजाम देते थे और यही बात वो दूसरों को भी समझाते थे। बांगर के मुताबिक धोनी एक अच्छे कैप्टन से अच्छे ग्रेट लीडर हैं, जो हर किसी की बात सुनते हैं, हांलाकि संजय बांगर ने कहा कि अपने 'प्रेजेंस ऑफ माइंड' के लिए मशहूर धोनी ने इस वक्त अपने नेचुरल गेम को प्रतिबंधित कर रखा है।
'माही का प्री डिलिवरी मूवमेंट रुक गया है'
आईपीएल 2020 में धोनी के अब तक के प्रदर्शन पर बात करते हुए बांगर बोले कि माही का प्री डिलिवरी मूवमेंट रुक गया है, इसलिए वह गेंद को देखने में देरी कर दे रहे हैं, जब आपकी उम्र 38-39 हो तो आपको पेस गेंदबाजों को अधिक समय देना पड़ता है यदि वह इस दरार को भर लेंगे तो गेंद उनके बल्ले के बीचोंबीच आने लगेगी, गौरतलब है कि धोनी ने इस सीजन में अभी तक 10 मैचों में 164 रन बनाए हैं, जिसमें उनका अधिकतम स्कोर राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ नाबाद 47 रहा है।
धोनी की पर्सनालिटी ही अलग है: बांगर
बांगर ने कहा कि धोनी की पर्सनालिटी ही अलग है, वो विकेट के पीछे से भी गेंदबाजों को समझाते रहते हैं, धैर्य नहीं खोते और सिंगल्स और डबल्स का महत्व समझते हैं, दुनिया के सभी फिनिशर ऐसा ही सोचते हैं, चाहे धोनी हो या माइकल बेवन, दोनों ने इस चीज को महत्व दिया और दोनों ही इसलिए आज महान फिनिशर बोले जाते हैं। गौरतलब है कि महेंद्र सिंह धोनी ने इंटरनेशनल करियर में तीनों फॉर्मेट में 17,000 से ज्यादा रन बनाए और 359 छक्के लगाए. उन्होंने 634 कैच पकड़े और 195 स्टंपिंग की है।