IPL 2020: वीवो से करार पर भड़के अशोक खेमका, कहा- 'ना बाप बड़ा, ना भैया, सबसे बड़ा रुपय्या'
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के चलते भारतीय क्रिकेट प्रेमियों का सबसे पसंदीदा टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) इस साल यूएई में 19 सितंबर से 10 नवंबर तक होने जा रहा है। एक तरफ जहां भारत में चीनी उत्पादों का बहिष्कार किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने चीन की मोबाइल कंपनी वीवो से आईपीएल टाइटल स्पॉन्सरशिप को रखा है। बीसीसीआई के इस फैसले से राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) समेत कई संगठन नाराज हैं और आईपीएल का बायकॉट करने की मांग कर रहे हैं। इस बीच हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने भी ट्वीट कर अपना विरोध दर्ज कराया है।
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27 साल की नौकरी में 50 से अधिक तबादले झेल चुके आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने अपने ट्वीट में बीसीसीआई पर सैनिकों की शहादत का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया है साथ ही उन्होंने टूर्नामेंट के आयोजकों के लिए पैसा ही सबकुछ होने का दावा किया है। अशोक खेमका ने लिखा, 'IPL-2020 की प्रमुख प्रायोजक एक चीनी कंपनी। किसी की शहादत, किसी की भावना, किसी की मुनाफाखोरी। ना बाप बड़ा, ना भैया, सबसे बड़ा रुपय्या।'
IPL-2020 की प्रमुख प्रायोजक एक चीनी कंपनी।
— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) August 3, 2020
किसी की शहादत, किसी की भावना,
किसी की मुनाफाखोरी।
ना बाप बड़ा, ना भैया,
सबसे बड़ा रुपय्या।
गैरतलब है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) इस साल 19 सितंबर से यूएई में आयोजित होने जा रहा है। टूर्नामेंट का प्रमुख प्रायोजक चीनी कंपनी वीवो के होने की वजह से देशभर में बीसीसीआई का विरोध हो रहा है। आरएसएस ने भी इस मुद्दे पर बीसीसीआई को आड़हाथ लिया है। संघ से जुड़े संगठन स्वदेशी ने कहा कि एक तरफ भारतीय सैनिक सीमा पर चीन से लड़ रहे हैं। देश के लिए अपनी जान की बाजी लगा रहे हैं। हम अपने सैनिकों का समर्थन करते हुए चाइनीज कंपनियों और उनके सामान का बायकॉट कर रहे हैं। ऐसे में बीसीसीआई ने वीवो के साथ स्पॉन्सरशिप जार रखते हुए भारतीय सैनिकों का अपमान किया है।
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