CBI के लॉकअप में कैसे बीती चिदंबरम की पहली रात, जानिए
चिदंबरम को सीबीआई मुख्यालय में बने लॉकअप नंबर 5 में रखा गया, जिसपर सीबीआई के दो अधिकारियों द्वारा 24 घंटे निगरानी रखी जाती है।
नई दिल्ली। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को गिरफ्तार किए जाने के बाद आज सीबीआई कोर्ट में पेश किया जाएगा। चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया केस में उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद सीबीआई की टीम ने बुधवार रात को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी से पहले चिदंबरम ने कांग्रेस मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि इस मामले में उनका या परिवार के किसी सदस्य का नाम एफआईआर में नहीं है और उनके बारे में भ्रम फैलाया जा रहा है। चिदंबरम को गिरफ्तार करने के बाद सीबीआई मुख्यालय लाकर उनका मेडिकल चेकअप कराया गया, जिसके बाद उन्हें रातभर मुख्यालय में ही रखा गया।
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अधिकारियों-डॉक्टरों से मुश्किल से की बात
'इंडिया टुडे' की खबर के मुताबिक, सीबीआई मुख्यालय लाए जाने के बाद पी. चिदंबरम चुप रहे और उन्होंने सीबीआई के अधिकारियों व मेडिकल करने वाले डॉक्टरों से भी मुश्किल से बात की। चिदंबरम का मेडिकल कराने के लिए उनसे डॉ. राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल चलने को कहा गया, लेकिन उन्होंने जाने से मना कर दिया। इसके बाद डॉक्टरों की एक टीम ने सीबीआई मुख्यालय पहुंचकर ही उनका मेडिकल चेकअप किया। डॉक्टरों ने उनसे पूछा कि क्या उन्हें कोई बीमारी है या वो कोई दवा ले रहे हैं। इसके बाद डॉक्टरों ने उनके ब्लड प्रेशर और नब्ज वगैरह चेक की। इस दौरान भी चिदंबरम चुप ही रहे और बहुत कम बोले।
लॉकअप नंबर 5 में रखे गए चिदंबरम
इसके बाद सीबीआई अधिकारियों ने उनसे पूछा कि क्या वह सहज महसूस कर रहे हैं या नहीं। चिदंबरम ने सीबीआई की ज्यादातर बातों का जवाब नहीं दिया। पी चिदंबरम को इसके बाद सीबीआई मुख्यालय में बने लॉकअप नंबर 5 में रखा गया। इस लॉकअप पर सीबीआई के दो अधिकारियों द्वारा 24 घंटे निगरानी रखी जाती है। इसके अलावा यह लॉकअप सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में भी है। इस सीसीटीवी कैमरे की फीड को सीबीआई मुख्यालय के ग्राउंड फ्लोर पर बने कंट्रोल रुम में बैठकर देखा जाता है। इसके बाद गुरुवार सुबह चिदंबरम को आर्थिक अपराध इकाई में ले जाया गया जहां उनसे औपचारिक पूछताछ हुई। पूछताछ के बाद चिदंबरम को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
'तो मैं आजादी को चुनूंगा'
आपको बता दें कि इससे पहले पी चिदंबरम ने कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि वो बेगुनाह हैं। चिदंबरम ने कहा, 'जिस मामले में मुझे आरोपी बनाया जा रहा है, उसकी किसी एफआईआर में मेरा नाम नहीं है। मेरे बारे में कई भ्रम फैलाए जा रहे हैं। मेरे बारे में कहा जा रहा है कि मैं फरार हूं और कानून से भाग रहा हूं। मैं कहीं नहीं भागा था, बल्कि अपने वकीलों के साथ आगे की कानूनी प्रक्रिया के लिए दस्तावेज तैयार करा रहा था। मेरे वकीलों ने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट जाऊं और मैंने वही किया। लोकतंत्र की बुनियाद आजादी पर टिकी है। अगर मुझे जिंदगी और आजादी में से किसी एक को चुनना पड़े तो मैं आजादी को चुनूंगा।'
'पूरी कांग्रेस पार्टी को निशाना बनाया गया'
वहीं, पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने इस मामले पर कहा कि उनके पिता को साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। चेन्नई से दिल्ली पहुंचे कार्ति चिदंबरम ने कहा, 'इस पूरे खेल के पीछे भारतीय जनता पार्टी है। हमने हमेशा जांच एजेंसियों के साथ सहयोग किया है, इसके बावजूद सरकार ने बदले और राजनीति के तहत यह कार्रवाई की है। यह सबकुछ जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए किया गया है। इस कार्रवाई के जरिए केवल मेरे पिता को निशाना नहीं बनाया गया है, बल्कि पूरी कांग्रेस पार्टी को निशाना बनाया गया है। मैं सरकार की इस कार्रवाई के विरोध में जंतर-मंतर जाकर प्रदर्शन करूंगा।'
हाईकोर्ट ने खारिज की जमानत की अर्जी
गौरतलब है कि दिल्ली हाईकोर्ट ने मंगलवार को आईएनएक्स मीडिया केस में चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। दिल्ली हाईकोर्ट के जज ने उनकी अग्रिम जमानत की अर्जी खारिज करते हुए कहा कि इस मामले में तथ्यों से प्रथम दृष्टया पता चलता है कि याचिकाकर्ता ही इस केस में मुख्य साजिशकर्ता है। चिदबंरम की याचिका खारिज करने वाले जस्टिस सुनील गौड़ ने इस मामले को 'मनी लॉन्ड्रिंग का क्लासिक केस' बताते हुए कहा कि अगर आरोपी को जमानत दी गई तो समाज में एक गलत संदेश जाएगा।
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