नीरव मोदी की बहन की बढ़ी मुश्किलें, इंटरपोल ने खारिज की याचिका
नई दिल्ली। इंटरपोल ने नीरव मोदी की बहन पूर्वी मोदी की उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें उसने अपने खिलाफ दायर रेड कॉर्नर नोटिस को चेतावनी दी थी। पूर्वी मोदी ने ये याचिका केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के खिलाफ दायर की थी। क्योंकि इन एजेंसियों ने उसपर कई आरोप लगाए हैं।
ठीक इसी तरह की याचिका नीरव मोदी के भाई नेहाल और निशाल मोदी ने भी दायर की थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सूत्रों के हवाले से ये जानकारी मिली है कि इंटरपोल सत्यापन प्रक्रिया से गुजर रहा है और प्रक्रिया पूरा होने तक रेड कॉर्नर नोटिस केवल संबंधित देशों की पुलिस एजेंसियों को ही दिखाई देगा। इंटरपोल की वेबसाइट से नीरव मोदी के भाईयों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस हटने के बाद ये स्पष्टीकरण आया है। हालांकि इंटरपोल ने स्पष्ट किया है कि नोटिस वापस नहीं लिए गए हैं।
नीरव मोदी, उनके चाचा मेहुल चोकसी और परिवार के अन्य सदस्य 14,000 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले में भारतीय एजेंसियों की जांच के दायरे में हैं। सीबीआई सभी पीएनबी आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के तहत लगाए गए आरोपों की जांच कर रही है। इस बीच, प्रवर्तन निदेशालय अरबों डॉलर के घोटाले में मनी ट्रेल की जांच कर रहा है। जिसने मोदी, चोकसी और परिवार के अन्य सदस्यों से संबंधित कई विदेशी संपत्तियों को जब्त कर लिया गया है।
सीबीआई और ईडी दोनों ने इंटरपोल से पीएनबी घोटाले में शामिल लोगों के खिलाफ नोटिस जारी करने का अनुरोध किया था, जिसमें नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, आदित्य नानावती, मिहिर भंसाली शामिल थे। रेड कॉर्नर के कुछ नोटिस अभी भी वेबसाइट पर दिखाई दे रहे हैं। नीरव मोदी, उनके भाई नीशाल और उनके सहयोगी सुभाष परब के खिलाफ नोटिस पिछले सामने आए थे। वहीं पूर्वी के खिलाफ नोटिस सितंबर, 2018 में जारी हुआ था। ईडी और सीबीआई दोनों पीएनबी घोटाले में नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और अन्य प्रमुख आरोपियों के प्रत्यर्पण की मांग कर रहे हैं।
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